झारखंड के पूर्व खेल मंत्री बंधु तिर्की के घर सीबीआई की छापेमारी, रांची में राष्ट्रीय खेल घोटाले को लेकर रेड
By मनाली रस्तोगी | Published: May 26, 2022 11:31 AM2022-05-26T11:31:20+5:302022-05-26T11:32:53+5:30
सीबीआई ने राष्ट्रीय खेल घोटाले के मामले में 22 अप्रैल को दो एफआईआर दर्ज की थी। अज्ञात लोगों के खिलाफ दूसरी एफआईआर दर्ज की गई थी। इस मामले की जांच पहले एसीबी कर रही थी, जिसमें बंधु तिर्की गिरफ्तार भी किए गए थे। यही नहीं, उनके खिलाफ चार्जशीट भी दाखिल की गई थी।
रांची: 34वें राष्ट्रीय खेल घोटाले के सिलसिले में सीबीआईझारखंड के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता बंधु तिर्की के आवासों पर छापेमारी कर रही है। अप्रैल में तिर्की को डीए मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद विधानसभा के सदस्य के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया था। मालूम हो, जब खेलों के लिए निविदा प्रक्रिया शुरू हुई और आवंटित की गई तब टिर्की खेल मंत्री थे। एक और जगह छापेमारी जारी है।
Jharkhand | CBI conducts raid at Ranchi residence of former state min & Congress leader Bandhu Tirkey, in connection with 34th National Games scam.
— ANI (@ANI) May 26, 2022
Tirkey was sports minister when the tender process for the games started and was allocated.
Raid is underway at one more location pic.twitter.com/e11QsIn9sT
बता दें कि हाई कोर्ट के आदेश पर सीबीआई ने राष्ट्रीय खेल घोटाले के मामले में 22 अप्रैल को दो एफआईआर दर्ज की थी। अज्ञात लोगों के खिलाफ दूसरी एफआईआर दर्ज की गई थी। इस मामले की जांच पहले एसीबी कर रही थी, जिसमें बंधु तिर्की गिरफ्तार भी किए गए थे। यही नहीं, उनके खिलाफ चार्जशीट भी दाखिल की गई थी। बंधु तिर्की को इस मामले में एसीबी ने अभियुक्त बनाया था।
Jharkhand | CBI raid underway at Ranchi residence of former state min & Congress leader Bandhu Tirkey, in connection with 34th National Games scam.
— ANI (@ANI) May 26, 2022
Tirkey was sports minister when the tender process for the games started and was allocated. pic.twitter.com/3q4Zb1fJsk
जानकारी के अनुसार, देशभर में खेल घोटाले से जुड़े लगभग 18 जगहों पर छापेमारी जारी है। पूर्व मंत्री बंधु तिर्की के अलावा घोटाले से जुड़े सभी आरोपियों पर शिकंजा कसा गया है। बताया जा रहा है कि फिलहाल तो बंधु तिर्की दिल्ली में हैं। मांडर विधानसभा सीट पर 23 जून को उनकी सदस्यता खत्म होने के बाद उपचुनाव की घोषणा की गई है। सीबीआई ने उनके पिटारे को उससे पहले खोल दिया है।