तमिलनाडु में गहराया कावेरी का मुद्दा, अन्नाद्रमुक ने किया दो अप्रैल से भूख हड़ताल का ऐलान
By भाषा | Published: March 31, 2018 03:15 AM2018-03-31T03:15:51+5:302018-03-31T03:15:51+5:30
अन्नाद्रमुक की धुर विरोधी पार्टी द्रमुक ने कहा है कि वह प्रधानंमत्री नरेन्द्र मोदी की 15 अप्रैल को प्रस्तावित यात्रा के दौरान काले झंडे दिखा कर विरोध प्रदर्शन करेगी।
चेन्नई, 31 मार्चः तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने शुक्रवार को कहा कि कावेरी जल प्रबंधन बोर्ड( सीडब्ल्यूएमबी) के गठन के मुद्दे पर उच्चतम न्यायालय का रूख करेगी। साथ ही सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक ने इस मुद्दे पर दो अप्रैल को भूख हड़ताल करने का भी ऐलान किया है। केन्द्र के साथ अच्छे संबंधरखने वाली अन्नाद्रमुक के लिए कावेरी का मुद्दा शर्मिंदगी का सबब बनता जा रहा है। पार्टी ने सीडब्ल्यूएमबी तथा कावेरी जल नियामक समिति( सीडब्ल्यूआरसी) के गठन की मांग को लेकर सोमवार को भूख हड़ताल करने की घोषणा की है।
अन्नाद्रमुक की धुर विरोधी पार्टी द्रमुक ने कहा है कि वह प्रधानंमत्री नरेन्द्र मोदी की 15 अप्रैल को प्रस्तावित यात्रा के दौरान काले झंडे दिखा कर विरोध प्रदर्शन करेगी। पार्टी के नेता एम के स्टालिन ने कहा कि वह एक अप्रैल को अपनी सहयोगी पार्टियों से मुलाकात करके केन्द्र तथा राज्य सरकार के खिलाफ विशाल प्रदर्शन की घोषणा करेंगे।
अन्नाद्रमुक के राज्यसभा सदस्य एस मुथुकरूप्पन ने आज नई दिल्ली में कहा कि वह कावेरी मुद्दे पर इस्तीफा देंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कावेरी के मुद्दे पर उनकी बात नहीं सुन रहे हैं।
वहीं, मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने मदुरै में संवाददाताओं से कहा कि उच्चतम न्यायालय में जो याचिका दाखिल की जानी है उस पर विधि विशेषज्ञों से सलाह ली जा रही है। तमिलनाडु का रूख है कि केन्द्र सीडब्ल्यूआरसी तथा सीडब्ल्यूएमबी का गठन करें।