Caste Census: बिहार में पिछले कुछ दिनों से जातीय जनगणना का मुद्दा छाया हुआ है. जातीय जनगणना को लेकर सियासी जंग अब तेज हो गई है. इसमें अब राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने भी दखल दे दी है.
रोहिणी ने बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल पर हमला बोला है. इस दौरान लालू यादव की बेटी ने तमाम मर्यादाओं को भी लांघा है. रोहिणी ने ट्वीट कर लिखा है कि ''संजय जायसवाल धूर्त, दिमागी तौर से अपाहिज आदमी भूल गया 2005 में तुमको राजनीतिक जीवन दान आरक्षण किसने दिया? लालू जी ने तुम जैसे बहुत से दो मुंहे नाग को दूध पिलाया और जीवन दान दिया.''
वहीं, रोहिणी के इस ट्वीट के बाद अब भाजपा लालू परिवार पर हमलावर हो गई है. भाजपा के प्रवक्ता सहित अन्य नेताओं ने इसकी निंदा की है. वहीं लालू परिवार के संस्कारों को लेकर भी बयानबाजी की जा रही है. सोशल मीडिया पर भी यह मुद्दा गर्माया हुआ है.
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार आगामी जनगणना में केवल एससी व एसटी की गिनती कराने के पक्ष में है. जबकि विपक्षी दलों के साथ ही बिहार में भाजपा के साथी दल भी सभी जातियों की गिनती कराने के पक्ष में खड़ी है. इसी कड़ी में बिहार की उप मुख्यमंत्री रेणु देवी ने पूछा है कि तेजस्वी बताएं लालू यादव और राबड़ी देवी की सरकार में जातीय जनगणना क्यों नहीं कराया गया?
उप मुख्यमंत्री आज भाजपा कार्यालाय में सहयोग कार्यक्रम के तहत लोगों की समस्या सुनने आई थीं. रेणु देवी ने कहा कि केंद्र सरकार जातीय जनगणना नहीं कराने वाली है. उन्होंने कहा कि 'जिस तरह कर्नाटक और ओडिशा में जातीय जनगणना कराई गई, उस तरह बिहार भी इसके लिए स्वतंत्र है.
लेकिन केंद्र सरकार का फैसला, इस मामले में बिल्कुल स्पष्ट है कि वह जातीय जनगणना नहीं कराने जा रही है. उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना पर जो भी फैसला होता है, आगे वो देखा जाएगा. उन्होंने कहा कि अभी केंद्र के पास इसका अधिकार है. लेकिन केरल-ओडिशा जैसे राज्य खुद की जनसंख्या करा चुकी है.