गुवाहाटी, 30 जुलाई असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व सरमा ने शुक्रवार को घोषणा की कि नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (एनडीएफबी) के आत्मसमर्पण कर चुके उग्रवादियों के विरूद्ध दर्ज गैर संज्ञेय अपराधों के मामलों का शीघ्र ही निस्तारण कर दिया जाएगा और सभी एनआईए मामले पुलिस को सौंप दिये जाएंगे।
सरमा ने यह भी कहा कि असम सरकार पिछले दुर्दांत उग्रवादी संगठन एनडीएफबी के सभी धड़ों के आत्मसमर्पण कर चुके उग्रवादियों के पुनर्वास पर 160 करोड़ रूपये खर्च करेगी।
मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी एक बयान में कहा गया है, ‘‘ उन्होंने कहा कि अनुकूल माहौल बनाने के लिए एनडीएफबी कार्यकर्ताओं के विरूद्ध दर्ज गैर संज्ञेय अपराधों के मामलों का बहुत जल्द निस्तारण किया जाएगा तथा सरकार राष्ट्रीय जांच एजेंसी के पास लंबित सभी मामलों को अंतरित करेगी। ’’
सरमा ने कहा कि शांति प्रक्रिया से अबतक दूर रहे असंतुष्ट समूह अब बोडो क्षेत्र में स्थायी शांति के लिए सरकार की मदद करने के लिए मुख्य धारा में आने लगे हैं।
बयान में कहा गया है, ‘‘ उन्होंने कहा कि एनडीएफबी के आत्मसमर्पण कर चुके कार्यकर्ताओं को जरूरी एवं वाछित अर्हता के अनुसार विभिन्न सरकारी रिक्तियों में भी लिया जाएगा।
(ऑल बोर्ड स्टूडेंट यूनियन) एबीएसयू के पूर्व अध्यक्ष ज्वहव्हालो स्वंबला बासुमतारी को श्रद्धांजलि देने के लिए चिराग जिले के बासुगांव के गोईबारी में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार बोडोलैंड आंदोलन में मारे गये व्यक्तियों के परिवारों को पांच लाख रूपये की अनुग्रह राशि देगी। बासुमटारी की 1996 में हत्या कर दी गयी थी।
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