गुवाहाटी, 20 जून असम सरकार ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में परती भूमि पर ध्यान केंद्रित करते हुए वनीकरण अभियान शुरू किया है। राज्य के वन एवं पर्यावरण मंत्री परिमल शुक्लाबैद्य ने रविवार को यह जानकारी दी।
पौधरोपण अभियान के साथ ही बहुध्रुवीय रणनीति के तहत संरक्षण के उपायों को भी लागू किया जाएगा।
असम वन एवं जैवविविधता संरक्षण परियोजना (एपीएफबीसी), प्रतिपूरक वनरोपण निधि प्रबंधन एवं योजना प्राधिकरण (सीएएमपीए) और सामाजिक वनीकरण के राज्य के स्वामित्व वाला प्राथमिकता विकास (एसओपीडी) के तहत वनरोपण योजनाओं के जरिये 35916 हेक्टेयर के क्षेत्र को शामिल किया जाएगा।
एक आधिकारिक बयान में मंत्री के हवाले से कहा गया, “ प्रदूषण मुक्त असम योजना के तहत निर्धारित 10 करोड़ बीजारोपण के लिये मिशन मोड में काम करने के लक्ष्य की पूर्ति के लिये जनता के बीच चार करोड़ पौधे वितरित किये गए हैं।”
उन्होंने कहा, “विभिन्न योजनाओं के तहत चलाए गए वनीकरण अभियान का राज्य के हरित क्षेत्र पर बेहद सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। भारत वन सर्वेक्षण द्वारा 2019 में प्रकाशित नवीनतम भारत राज्य वन रिपोर्ट के मुताबिक असम का हरित क्षेत्र बढ़कर 221.51 वर्ग किलोमीटर हो गया है जो एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
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