नई दिल्ली: संसद का बजट सत्र गुरुवार को समाप्त हो गया। इस बजट सत्र में लोगसभा की उत्पादकता दर 129 फीसदी रही। जबकि राज्य सभा की उत्पादकता दर 98 प्रतिशत रही है। इसके अलावा इस बार दोनों सदनों में 11 बिल पारित हुए, जबकि 13 बिल प्रस्तावित थे। बजट सत्र 2022 की समाप्ति के बाद संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने बताया कि इस बजट सत्र में 13 बिल प्रस्तावित हुए जिनमें से 12 लोकसभा में और 1 राज्यसभा में प्रस्तावित हुए हैं। कुल 11 बिल दोनों सदनों से पारित हुए हैं। इस बजट सत्र में लोकसभा की उत्पादकता दर 129 फीसदी और राज्यसभा की उत्पादकता दर 98 प्रतिशत रही।
उन्होंने कहा, विपक्ष ने राज्यसभा में बीएसी (BAC) से 7 अप्रैल को सदन को स्थगित करने का अनुरोध किया। मैंने उनसे राज्यसभा के सभापति के सामने पूछा था और वे सभी रामनवमी और अन्य त्योहारों के कारण 7 अप्रैल को सदन को स्थगित करने पर सहमत हुए थे।
दो चरणों में हुआ बजट सत्र, 31 जनवरी को हुई थी शुरूआत
यह बजट सत्र कार्य की दृष्टि से सफल माना जा रहा है। बता दें कि बजट सत्र का पहला चरण 31 जनवरी से 11 फरवरी तक चला था। इसके बाद दूसरा चरण 14 मार्च से शुरू हुआ, जो 7 अप्रैल को समाप्त हुआ है। संसद को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया। बजट सत्र के पहले चरण की शुरुआत राष्ट्रपति के अभिभाषण से हुई थी। इस सत्र में 1 फरवरी को वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने सदन में बजट पेश किया था।
बजट सत्र में 27 बैठकें 177 घंटे 50 मिनट तक चलीं
लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला ने जानकारी देते हुए कि इस बजट सत्र में 27 बैठकें हुईं, जो 177 घंटे 50 मिनट तक चलीं। राष्ट्रपति के अभिभाषण को लेकर धन्यवाद प्रस्ताव पर 15 घंटे 13 मिनट तक चर्चा हुई। चर्चा के बाद 7 फरवरी को ध्वनी मत से धन्यवाद प्रस्ताव पारित हुआ।