लखनऊ, 2 अप्रैलः सुप्रीम कोर्ट द्वारा अनुसूचित जाति/जन जाति (एससी/एसटी) को लेकर दिए फैसले के विरोध में सोमवार को भारत बंद का ऐलान किया गया था, जोकि हिंसक हो गया। उत्तर प्रदेश में कई जगह आगजनी और पथराव की खबर आई। इस दौरान एक युवक की मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल बताए जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश के मेरठ में हुई हिंसक घटना के मामले में बहुजन समाजवादी पार्टी (बीएसपी) के एक पूर्व विधायक को हिरासत में लिया गया है।
मेरठ की एसएसपी मंजिल सैनी ने बताया कि बीएसपी के पूर्व विधायक योगेश वर्मा को हिरासत में लिया गया है। वह इस हिंसा के मुख्य षड्यंत्रकारी हैं इस वजह से उन्हें हिरासत में लिया गया है।
उन्होंने बताया कि हमने 200 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया है और हम उनके खिलाफ मामले दर्ज कर रहे हैं। सभी षड्यंत्रकारियों और गुंडों को सामाजिक गतिविधियों में शामिल कर एनएसए के तहत दर्ज किया जाएगा। अबतक इस हिंसा में कोई हताहत नहीं हुआ है।
आपको बता दें कि मेरठ में 2 बसों को भी आग के हवाले किया गया और कंकरखेड़ा थाने की शोभापुर पुलिस चौकी को फूंक दिया है। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने जमकर उपद्रव मचाया।
इसके अलावा प्रदर्शनकारियों ने उत्तर प्रदेश के आगरा के थाना एत्मादुद्दौला के टेढ़ी बगिया पर दलित समाज के लोगों ने आगरा अलीगढ़ हाईवे पर जाम लगा दिया। दुकानों को जबरन बंद कराया गया। इलाहाबाद में रेलवे स्टेशन पर सैकड़ों दलितों ने ट्रैक जाम कर पटरियों पर लेट गए, जिससे एक घंटे के लिए ट्रेन आवागमन बाधित हुआ।
मुजफ्फरनगर के नई मंडी थाने पर प्रदर्शनकारियों ने पत्थरबाजी की, जिसके बाद पुलिस ने फायरिंग की। इस दौरान एक व्यक्ति की मौत और कई लोगों रे घायल होने की खबर है। हापुड़ में पुलिस पर पत्थर फेकने के लिए लाठीचार्ज किया। आजमगढ़ में रोडवेज बस को आग के हवाले कर दिया गया और कई वाहनों में तोड़फोड की गई। हापुड़ में एक जीप को जला दिया गया।