लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने बुधवार को कहा कि उनकी पार्टी किसी भी गठबंधन में शामिल नहीं होगी और वह आगामी आम चुनाव और विधानसभा चुनाव अपने दम पर लड़ने का इरादा रखती है। एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं।
अकेले चुनाव लड़ेगी मायावती की पार्टी बसपा
उन्होंने कहा, "हम अकेले चुनाव लड़ेंगे। हम राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना में अपने दम पर चुनाव लड़ेंगे और हरियाणा, पंजाब और अन्य राज्यों में हम राज्य के क्षेत्रीय दलों के साथ चुनाव लड़ सकते हैं। चूंकि लोकसभा चुनाव करीब हैं, हमारी तैयारियां जोरों पर चल रही हैं और हम देश भर में बैठकें भी कर रहे हैं।" उनका बयान एनडीए और विपक्षी दलों द्वारा बुलाई गई बैठकों के एक दिन बाद आया है।
कांग्रेस के वादे खोखले: मायावती
इसके अलावा बसपा प्रमुख ने भारत और एनडीए गठबंधन पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कांग्रेस के वादों को खोखला बताया और कहा कि सबसे पुरानी पार्टी सिर्फ सत्ता में आने के लिए गठबंधन कर रही है। मायावती ने कहा, "कांग्रेस पार्टी सत्ता में आने के लिए समान विचारधारा वाली जातिवादी और पूंजीवादी पार्टियों के साथ गठबंधन कर रही है। भाजपा भी एनडीए को मजबूत कर रही है...लेकिन उनकी नीतियां दलित और मुस्लिम विरोधी हैं।"
विपक्षी गठबंधन में शामिल नहीं होने पर बसपा प्रमुख मायावती ने कहा, "ये पार्टियां लोगों के कल्याण के लिए काम नहीं करतीं। उन्होंने दलितों, मुसलमानों और अल्पसंख्यकों के लिए कुछ नहीं किया है। सभी एक जैसे हैं। जब वे सत्ता में आते हैं तो अपने वादे भूल जाते हैं। उन्होंने जनता से किया एक भी वादा पूरा नहीं किया। चाहे वो कांग्रेस हो या फिर भाजपा। यही सबसे बड़ी वजह है कि बसपा ने विपक्ष से हाथ नहीं मिलाया है।"
बता दें कि मंगलवार को एक ओर 26 विपक्षी दलों ने सत्तारूढ़ गठबंधन का मुकाबला करने के लिए बेंगलुरु में अपना सम्मेलन आयोजित किया, उसी दिन भाजपा ने अपने सहयोगियों के साथ शक्ति प्रदर्शन किया।