पटनाः बिहार लोक सेवा आयोग(बीपीएससी) की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को लेकर कोचिंग संचालक खान सर उर्फ फैजल खान ने शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि परीक्षा में धांधली का सबसे बड़ा सबूत हमारे हाथ लग चुका है। बीपीएससी की सारी कलई खुल गयी है। अब इस परीक्षा का रद्द होना तय है। हर हाल में फिर से परीक्षा होगी। इसके बाद बीपीएससी ने बिना नाम लिए खान सर के खुलासे का जवाब देते हुए कहा कि कुछ कोचिंग संचालकों की तरफ से सोशल मीडिया पर भ्रम फैलाया जा रहा है कि दिनांक 04.01.2025 को आयोजित एकीकृत 70वीं संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगिता पुनर्परीक्षा में प्रश्न-पत्र का नया सेट प्रिन्ट नहीं कराकर दिनांक 13.12.2024 को आयोजित प्रारंभिक परीक्षा के लिए प्रिंट कराये गये प्रश्न-पत्र के सेट में से अप्रयुक्त प्रश्न-पत्र के सेट का प्रयोग किया गया था।
इस मामले आयोग स्पष्ट करता है कि दिनांक 04.01.2025 को आयोजित पुनर्परीक्षा के लिए आयोग के प्रावधानानुसार अभ्यर्थियों की संख्या के अनुरूप तीन नये प्रश्न-पत्र सेट प्रिंट कराये गये थे। साथ ही एलिमेंट ऑफ सरप्राइज के तहत एक सेट प्रश्न-पत्र का चयन कर पुनर्परीक्षा में उपयोग किया गया।
नये प्रश्न-पत्र सेट प्रिंट कराने के कारण ही पुनर्परीक्षा आयोजित करने में 21 दिनों का समय लगा। लिहाजा, सोशल मीडिया पर प्रचारित/प्रसारित आरोप पूर्णत: निराधार है। बीपीएससी ने कहा कि सभी सफल अभ्यर्थियों को ऐसे तत्वों से सावधान रहने की आवश्यकता है।
इस तरह के अवांछित तत्व अभ्यर्थियों का ध्यान आकृष्ट करने, लगातार खबरों में बने रहने और सस्ती लोकप्रियता प्राप्त करने के लिए पूर्व में भी नॉर्मलाइजेशन और अनावश्यक विषयों को मुद्दा बनाकर बिना किसी जानकारी के कल्पना के आधार पर लगातार भ्रम/अफवाह फैलाने के लिए सोशल मीडिया पर साक्षात्कार देते रहते हैं। अभ्यर्थियों को सूचित किया जाता है कि सही जानकारी/सूचना के लिए आयोग के आधिकारिक वेबसाइट का अनुसरण करें।