महामारी की शुरुआत से अभी तक कर्नाटक में 97 लोगों में ब्लैक फंगस : मंत्री
By भाषा | Updated: May 17, 2021 19:13 IST2021-05-17T19:13:30+5:302021-05-17T19:13:30+5:30

महामारी की शुरुआत से अभी तक कर्नाटक में 97 लोगों में ब्लैक फंगस : मंत्री
बेंगलुरु, 17 मई कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर के. सुधाकर ने सोमवार को बताया कि राज्य में कोविड-19 के बाद की जटिलताओं के रूप में अभी तक 97 लोगों में ब्लैक फंगस की दिक्कत आयी है।
ब्लैक फंगस संक्रमण पर विशेषज्ञों के साथ बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन में सुधाकर ने कहा, ‘‘राज्य में कल तक 97 लोग इस बीमारी (ब्लैक फंगस संक्रमण) की जद में आए है।’’
हालांकि, उन्होंने लोगों से परेशान नहीं होने की अपील करते हुए कहा कि यह कोविड की तरह नहीं फैलता है।
मंत्री ने कहा, ‘‘इससे राज्य में कुछ लोग प्रभावित हुए हैं, मैं यह स्वीकार करता हूं... पिछले वर्षों के मुकाबले, इस साल संख्या ज्यादा है।’’
पेशे से डॉक्टर सुधाकर को संदेह है कि यह बीमारी नल के पानी के उपयोग से हो रही है।
सुधाकर ने ने कहा, ‘‘मैं चिकित्साकर्मियों से अनुरोध करता हूं कि वे सिर्फ शुद्ध(स्टरलाइज्ड) पानी का उपयोग करें ।’’ उनके अनुसार, मधुमेह के मरीजों में स्टेरॉयड के ज्यादा उपयोग से उनका शर्करा स्तर बढ़ जाता है, जिससे ब्लैक फंगस होता है।
सुधाकर ने कहा कि कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद मधुमेह के रोगियों को अपना शर्करा स्तर नियंत्रित करना होगा, जो ऐसा नहीं करेंगे, उन्हें ब्लैक फंगस हो सकता है।
कोविड-19 मरीजों को हो रहे ब्लैक फंगस के संबंध में स्वास्थ्य मंत्री ने राज्य के क्षेत्रीय केन्द्रों को इसके इलाज के लिए अधिसूचित करने की घोषणा की।
राज्य के ये केन्द्र हैं... मैसूरु मेडिकल कॉलेज, शिवमोगा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल कॉलेज, कलबुर्गी स्थित गुलबर्ग इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, हुब्बली स्थित कर्नाटक इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, कस्तुरबा मेडिकल कॉलेज और मंगलुरु स्थित वेनलॉक जिला अस्पताल।
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