जम्मू-कश्मीर: बीजेपी ने पीडीपी से समर्थन वापस लिया, राम माधव ने बतायी फैसले की वजह
By पल्लवी कुमारी | Published: June 19, 2018 12:57 PM2018-06-19T12:57:06+5:302018-06-19T12:57:06+5:30
Bjp Pdp Alliance Live Updates:राम माधव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि जम्मू-कश्मीर में सीजफायर लागू करना हमारी मजबूरी नहीं थी। रमजान में 1 महीने के लिए ऑपरेशन रोकने के पीछे हमारी मंशा अच्छी थी।
नई दिल्ली, 19 जून: जम्मू-कश्मीर राज्य में आतंकियों के खिलाफ रमजान के दौरान एकतरफा संघर्षविराम की सुरक्षाबलों की तरफ से समाप्ति के बाद जम्मू कश्मीर सरकार के 11 बीजेपी मंत्रियों के दिल्ली ऑफिस में अमित शाह की बैठक खत्म हो चुकी है। बैठक के बाद राम माधव ने बीजेपी की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बताया कि हमने सबकी सहमति से आज यह निर्णय लिया है कि जम्मू-कश्मीर में भाजपा अपनी भागीदारी को वापस लेगी। उन्होंने कहा जनता के जनादेश को ध्यान में रखकर हमने जम्मू-कश्मीर में पीडीपी के साथ सरकार चलाने का निर्णय लिया था। राम माधव ने कहा है कि अगर गवर्नर शासन लगता है तब भी आतंकवादियों के खिलाफ हमारा अभियान जारी रहेगा।
राम माधव ने कहा कि कश्मीर में जो परिस्थिति है उसे ठीक करने के लिए, उसे काबू में करने के लिए राज्य में राज्यपाल का शासन लाया जाए। जम्मू और लद्दाख की जनता कई कामों में भेदभाव महसूस करती है।
Terrorism, violence and radicalisation have risen and fundamental rights of the citizens are under danger in the Valley. #ShujaatBukhari's killing is an example: Ram Madhav, BJP pic.twitter.com/0T0HLurWVu
— ANI (@ANI) June 19, 2018
राम माधव ने यह भी साफ किया कि कश्मीर घाटी के हालात सुधारने में राज्य सरकार असफल रही है। जम्मू-कश्मीर को 80 करोड़ रुपये का विकास का पैकेज दिया गया है।
We have taken a decision, it is untenable for BJP to continue in alliance with PDP in Jammu & Kashmir, hence we are withdrawing: Ram Madhav, BJP pic.twitter.com/NWsmr7Io9e
— ANI (@ANI) June 19, 2018
राम माधव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि जम्मू-कश्मीर में सीजफायर लागू करना हमारी मजबूरी नहीं थी। रमजान में 1 महीने के लिए ऑपरेशन रोकने के पीछे हमारी मंशा अच्छी थी। बीजेपी ने पीडीपी पर आरोप लगाते हुआ कहा कि पीडीपी ने विकास के कामों में अड़चन डालने का काम किया है।
बीजेपी ने लिया समर्थन वापस फिर भी ऐसे बच सकती है महबूबा मुफ्ती की सरकार
आतंकवादियों को कम करने में हमें सफलता मिली है। लेकिन घाटी में राजनीति भी की जा रही है। बीजेपी ने यह भी साफ किया है कि आंतकवादियों के खात्मा करने में हम हमेशा राज्य सरकार का साथ देंगे। राम माधव ने कहा कि बहुमत की मांग का सम्मान करते हुए हमें उस वक्त सरकार बनाना ही सही लगा लेकिन अब जो राज्य में हालत बन रहे हैं, उसको देखते हुए हम पीडीपी के साथ अब नहीं जा सकते।
अमरनाथ यात्रा के मद्देनजर जम्मू-कश्मीर में राज्यपाल शासन लागू करने पर भी इस बैठक में विचार किया जा रहा है। साथ ही आतंकवादियों पर आक्रमक तैयारी करने की भी प्लानिंग भी की जा रही है।
जम्मू-कश्मीर: सेना का ऑपरेशन ऑलआउट शुरू, बांदीपोरा में 4 आतंकी ढेर
वहीं ताजा जानकरियों के मुताबिक अमित शाह ने बैठक में NSA से भी राज्य की हालतों के बारे में जान रहे हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकर अजीत डोवाल ने शाह के कश्मीर में जो हाल है उसके बारे में बताया जा रहा है। इस बैठके के एजेंडा के बारे में पूछे जाने पर राज्य के उप-मुख्यमंत्री कोविंद्र गुप्ता ने बताया- पार्टी को आगामी रणनीति बनानी है और इसलिए हमें दिल्ली बुलाया गया है।
National Security Advisor Ajit Doval met BJP President Amit Shah at Shah's residence. (File Pics) pic.twitter.com/BlEvwN3eO6
— ANI (@ANI) June 19, 2018
घाटी में लगातार बिगड़ती स्थिति, जम्मू-कश्मीर में सीजफायर होने के बावजूद आतंकी हमलों में किसी तरह कमी ना आने के साथ ही वरिष्ठ पत्रकार और राइजिंग कश्मीर के संपादक शुजात बुखारी की हत्या के बाद राज्य के हालात काफी जटिल हो गए हैं। गौरतलब है कि ईद के बाद सीजफायर की अवधि आगे ना बढ़ाते हुए गृह मंत्रालय ने पहले ही सेना को ऑपरेशन ऑल आउट फिर से शुरू करने की इजाजत दे दी है। जिस क्रम में सेना ने 18 जून को बांदीपोरा में 4 आतंकियों को मार गिराया था।
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