भाजपा नेताओं ने महाराष्टू में किए प्रदर्शन, जलाए बिजली के बिल
By भाषा | Published: November 23, 2020 10:35 PM2020-11-23T22:35:52+5:302020-11-23T22:35:52+5:30
मुंबई/नागपुर, 23 नवम्बर महाराष्ट्र के पूर्व ऊर्जा मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले समेत भाजपा नेताओं ने कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के दौरान बिजली बिल अधिक आने की शिकायत करने वाले लोगों को राहत पहुंचाने की दिशा में महाराष्ट्र सरकार के ‘‘कोई कदम ना उठाने के खिलाफ’’ सोमवार को राज्यव्यापी प्रदर्शन किए और बिजली के बिल जलाए।
भाजपा नेताओं ने मुंबई, नागपुर, पुणे, सातारा, अहमदनगर और राज्य के अन्य हिस्सों में प्रदर्शन किए और कहा कि पार्टी तब तक चुप नहीं बैठेगी, जब तक बिलों में ‘‘सुधार’’ नहीं किया जाता।
राज्य के ऊर्जा मंत्री नितिन राउत ने इस माह की शुरुआत में बिजली के अधिक बिल संबंधी समस्या का सामना कर रहे लोगों को राहत देने का संकेत देते हुए कहा था कि दिवाली का उपहार जल्द मिलेगा, लेकिन उन्होंने कुछ दिन पहले कहा कि सरकार बिजली के अधिक बिल के मामले में कोई राहत मुहैया नहीं करा पाएगी और ऐसे में लोगों को उसका पूरा भुगतान करना होगा।
सरकार के खिलाफ भाजपा के राज्यव्यापी प्रदर्शन के तहत बावनकुले ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ नागपुर के कोराडी क्षेत्र में महादुला स्थित अपने आवास के पास सोमवार को बिजली के बिल जलाए।
बावनकुले ने कहा, ‘‘भाजपा कार्यकर्ता राज्यभर में 2,000 स्थानों पर बिजली के बिल जला रहे हैं। यदि सरकार नींद से नहीं जागती है और उपभोक्ताओं की बिजली की लाइनें काटने का सोचती हैं तो पार्टी कार्यकर्ता ऐसा नहीं होने देंगे।’’
इसके बाद, भाजपा की नागपुर इकाई के कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और शहर के विभिन्न चौराहों पर बिजली के बिल जलाए।
बावनकुले ने पिछले सप्ताह मांग की थी कि जिन लोगों ने 300 यूनिट बिजली का इस्तेमाल किया, उनका मार्च से जून की अवधि के बीच का बिल माफ होना चाहिए।
उन्होंने कहा था कि लॉकडाउन की वजह से कई लोगों की नौकरी भी चली गई और कई लोगों को बढ़े हुए बिल मिले हैं। सरकार को इन बिलों में ‘‘सुधार’’ करना चाहिए।
सातारा के कराड में प्रदर्शन की अगुवाई करने वाले महाराष्ट्र भाजपा प्रमुख चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि पार्टी बिलों का भुगतान नहीं होने पर प्राधिकारियों को लोगों के लिए बिजली आपूर्ति बंद नहीं करने देगी।
पाटिल ने कराड में संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम प्रदर्शन के तौर पर बिजली के बढ़े बिल जला रहे हैं... सरकार को जल्द जाग जाना चाहिए, अन्यथा गुस्सा बढ़ेगा।’’
उन्होंने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार ने आश्वासन देने के बावजूद 100 यूनिट बिजली के इस्तेमाल पर शुल्क माफ नहीं किया और कोविड-19 से प्रभावित लोगों को राहत नहीं दी।
भाजपा नेता ने दावा किया कि बिजली बिलों में सुधार संबंधी फाइल को उपमुख्यमंत्री एवं वित्त मंत्री अजित पवार ने मंजूरी नहीं दी है। पवार राकांपा नेता है, जबकि राउत कांग्रेस नेता हैं।
पाटिल ने कहा कि राकांपा और कांग्रेस के बीच मतभेद है।
उन्होंने कहा, ‘‘लोग केवल इसलिए समस्या का सामना क्यों करें, क्योंकि यह विभाग कांग्रेस के पास है?’’
पाटिल ने ट्वीट किया कि शिवसेना के पास जो मंत्रालय हैं, उन्हें निधि मिलती है, लेकिन कांग्रेस के पास जो मंत्रालय हैं, उन्हें निधि नहीं मिल रही और यह दर्शाता है कि कांग्रेस की राज्य सरकार में कोई अहमियत नहीं है।
मुंबई में भाजपा विधायक अतुल भातखलकर ने प्रदर्शनों का नेतृत्व किया और उन्हें उपनगर कांदिवली में प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने अन्य पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ हिरासत में ले लिया।
इस बीच, भाजपा नेता आशीष शेलार ने ट्वीट करके राज्य सरकार पर ‘‘अत्यधिक’’ बिल जारी कर लोगों को लूटने का आरोप लगाया।
पुणे में स्थानीय भाजपा नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने सोमवार पेठ इलाके में बिजली के बिल जलाए।
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