सुब्रमण्यम स्वामी ने अमर्त्य सेन को बताया गद्दार, कहा-सोनिया के दवाब में दिया गया था भारत रत्न
By रामदीप मिश्रा | Updated: January 29, 2018 14:47 IST2018-01-29T13:32:53+5:302018-01-29T14:47:58+5:30
सुब्रमण्यम स्वामी का कहना है अमर्त्य सेन ने नालंदा विश्वविद्यालय को लूटने का काम किया है। सेन को 1999 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।

सुब्रमण्यम स्वामी ने अमर्त्य सेन को बताया गद्दार, कहा-सोनिया के दवाब में दिया गया था भारत रत्न
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन को 'गद्दार' बताया है। उन्होंने कहा है कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के भारत के नागरिक हैं। उन्होंने देश के लिए बहुत काम किया है, लेकिन उन्हें उतना सम्मान नहीं मिला है, लेकिन एनडीए ने अमर्त्य सेन को भारत रत्न से नवाजा जो कि गद्दार है।
स्वामी का यह बयान कांग्रेस की प्रतिक्रिया पर आया है। दरअसल, मोदी सरकार ने पद्म पुरस्कार के लिए लोगों के नामों की घोषणा की थी, जिसके बाद कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि सरकार आरएसएस के नेताओं को सम्मानित कर रही है।
एएनआई एजेंसी के अनुसार, स्वामी का कहना है सेन ने नालंदा विश्वविद्यालय को लूटने का काम किया है। उन्हें केवल इसलिए भारत रत्न मिला है क्योंकि वह लेफ्ट विंग को सपोर्ट करते हैं और उन्हें अवॉर्ड देने के लिए पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने दबाव बनाया था। बता दें कि अमर्त्य सेन को साल 1999 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।
गौरतलब है कि हाल ही में सरकार ने पद्म अवॉर्ड्स के लिए लोगों के नामों की घोषणा की थी। इस घोषणा के बाद कांग्रेस ने बीजेपी पर आरएसएस के नेताओं को सम्मानित करने को लेकर हमला बोला था। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा था कि बीजेपी के प्रचार और विस्तार में योगदान देने वाले लोगों को केंद्र सरकार ने पद्म अवॉर्ड्स के लिए चुना।
सुरजेवाला ने ट्वीट कर पद्म अवॉर्ड्स पाने वाले पांच लोगों पर सवाल खड़ा किए था, जिसमें आरएसएस नेता वेद प्रकाश नंदा और केरल आरएसएस प्रचारक चीफ पी परमेश्वर के नाम भी शामिल थे।