नयी दिल्ली, 20 दिसंबर पूर्वी दिल्ली के महापौर श्याम सुंदर अग्रवाल और भाजपा के नेतृत्व वाले पूर्वी दिल्ली नगर निगम (ईडीएमसी) के अन्य वरिष्ठ नेताओं तथा पार्षदों ने उस धन को जारी करने की मांग को लेकर सोमवार को एक विरोध मार्च निकाला, जिसके बारे में उनका दावा है कि यह दिल्ली सरकार पर बकाया है।
अग्रवाल ने कहा कि विरोध मार्च निर्माण विहार से शुरू होकर दिल्ली सचिवालय पर समाप्त हुआ।
महापौर ने आरोप लगाया, “हमने दिल्ली सरकार द्वारा ईडीएमसी को देय हजारों करोड़ रुपये की धनराशि की मांग की है, जिसके कारण हम सितंबर से डॉक्टरों, नर्सों, शिक्षकों और अन्य सहित कई कर्मचारियों को वेतन देने में असमर्थ हैं।”
उन्होंने आरोप लगाया, “हम मुख्यमंत्री से मिलना चाहते थे, लेकिन हमें समय नहीं दिया गया” और कहा कि मार्च खत्म होने के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय को ज्ञापन सौंपा गया।
पिछले दिसंबर में भी, भाजपा के नेतृत्व वाले नगर निगमों के महापौर कई दिनों तक मुख्यमंत्री भवन के सामने विरोध प्रदर्शन करते रहे थे, जिसमें कथित तौर पर तीनों नगर निकायों को सामूहिक रूप से देय धन जारी करने की मांग की गई थी।
महापौर के अलावा ईडीएमसी की स्थायी समिति के अध्यक्ष, सदन के नेता और पार्टी के कई पार्षदों ने सोमवार को विरोध मार्च में हिस्सा लिया।
उनमें से कई ने काले कपड़े और सिर पर या हाथ पर काली पट्टियां बांधी तथा तख्तियां लिए हुए, अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी की।
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