हरियाणा: बीजेपी सरकार के मंत्री की माँग- राजा महेंद्र प्रताप सिंह के नाम पर रखा जाए AMU का नाम
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: May 14, 2018 08:28 AM2018-05-14T08:28:33+5:302018-05-14T08:40:37+5:30
कैप्टन अभिमन्यु ने कहा, "मैं किसी को भी जाति और धर्म के चश्मे से नहीं देखता। राजा महेंद्र प्रताप सिंह ने देश की अखण्डता और एकता के लिए काम किया। सिंह ने अखण्ड भारत की आजादी और मानव धर्म के लिए काम किया था।"
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) को लेकर हरियाणा सरकार के मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता कैप्टन अभिमन्यु ने विवादित बयान दिया है। कैप्टन अभिमन्यु ने रविवार (13 मई) को कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का नाम बदलकर राजा महेंद्र प्रताप सिंह के नाम पर कर देना चाहिए। कैप्टन अभिमन्यु ने कहा कि राजा महेंद्र प्रताप सिंह ने "हिंदुओं और मुसलमानों दोनों की शिक्षा के लिए विश्वविद्यालय को जमीन दान में दी थी।" कैप्टन अभिमन्यु ने यूनिवर्सिटी में मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर को लेकर हुए विवाद पर भी टिप्पणी की। कैप्टन अभिमन्यु हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार में वित्त मंत्री हैं।
कैप्टन अभिमन्यु ने कहा, "इससे दुखद क्या हो सकता है कि यूनिवर्सिटी में राजा महेंद्र प्रताप सिंह की कोई तस्वीर नहीं है। उन्होंने बेहिचक विश्वविद्यालय को जमीन दान में दी थी। उनका मकसद धर्म से ऊपर उठकर शिक्षा का प्रचार-प्रसार था। लेकिन यूनिवर्सिटी में जिन्ना की तस्वीर लगी है जिसने देश को बाँट दिया।" इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार कैप्टन अभिमन्यु ने रेवाड़ी में जाट धर्मशाला के समारोह में ये बयान दिया।
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कैप्टन अभिमन्यु ने अलीगढ़ यूनिवर्सिटी का नाम बदलने को वक्त की जरूरत बताया। कैप्टन अभिमन्यु ने कहा, "ये समय की माँग है कि यूनिवर्सिटी का नाम उनके (राजा महेंद्र प्रताप सिंह) नाम पर रखा जाए। ये तभी हो पाएगा जब सब लोग मिलकर माँग रखेंगे।" कैप्टन अभिमन्यु ने इंडियन एक्सप्रेस से बताचीत में अपने बयान की पुष्टि की। कैप्टन अभिमन्यु ने कहा, "मैं किसी को भी जाति और धर्म के चश्मे से नहीं देखता। राजा महेंद्र प्रताप सिंह ने देश की अखण्डता और एकता के लिए काम किया। सिंह ने अखण्ड भारत की आजादी और मानव धर्म के लिए काम किया था। आधुनिक भारत के ऐसे महान विभूति के नाम पर विश्वविद्यालय का नाम रखना बिल्कुल उचित होगा।"
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कुछ हिंदुत्ववादी संगठनों ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के हॉल में लगी मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर हटाने की माँग की थी। पेश से वकील मोहम्मद अली जिन्ना को पाकिस्तान का संस्थापक माना जाता है। भारत से अलग पाकिस्तान के गठन के बाद जिन्ना वहाँ के पहले प्रधानमंत्री बने थे। मुस्लिम लीग में शामिल होने से पहले जिन्ना कांग्रेस से जुड़े रहे थे। 1930 के दशक के आखिर में वो मुसलमानों के लिए अलग राष्ट्र की माँग करने लगे।
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