मुश्किल समय में बिम्सटेक राष्ट्र एक-दूसरे के साथ खड़े रहे: राजनाथ
By भाषा | Published: December 21, 2021 06:27 PM2021-12-21T18:27:59+5:302021-12-21T18:27:59+5:30
पुणे, 21 दिसंबर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को कहा कि चक्रवात, सूनामी, भूकंप और बाढ़ जैसी विषम परिस्थितियों में बिम्सटेक देश एक-दूसरे के साथ खड़े हैं।
सिंह ने यह भी कहा कि बिम्सटेक (बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल) क्षेत्र के पास मौजूदा सभ्यागत जुड़ाव को मजबूत कर समान विचारधारा वाले देशों के बीच सहजीवी साझेदारी करने की क्षमता है।
सिंह ने पुणे में सैन्य इंजीनियरिंग कॉलेज में आयोजित एक बहु-राष्ट्रीय, बहु-एजेंसी अभ्यास, ‘पैनेक्स-21’ में यह बात कही, जहां उन्होंने कोविड-19 महामारी के वक्त प्राकृतिक आपदा परिदृश्य से जुड़ी एक प्रदर्शनी देखी।
अभ्यास का उद्देश्य देशों के लिए आपदा प्रबंधन पहलुओं में सहयोग को बढ़ावा देना और बिम्सटेक राष्ट्रों के लिए आपदा प्रबंधन पहलुओं में क्षमताओं का विकास करना है।
भारत के अलावा बांग्लादेश, भूटान, म्यांमा, नेपाल, श्रीलंका और थाईलैंड बिम्सटेक क्षेत्रीय संगठन के सदस्य हैं।
सिंह ने हिंद महासागर क्षेत्र (आईओआर) और ‘सागर’ (क्षेत्र में सभी की सुरक्षा एवं संवृद्धि) के लिए भारत के दृष्टिकोण के बारे में कहा कि इसमें विशेष और अंतर संबंधित तत्व हैं।
उन्होंने कहा कि इनमें आर्थिक एवं सुरक्षा सहयोग बढ़ाना, भूमि एवं समुद्री क्षेत्रों की सुरक्षा क्षमताओं को बढ़ाना, सतत क्षेत्रीय विकास, नीली (समुद्री) अर्थव्यवस्था की ओर काम करना तथा प्राकृतिक आपदा, समुद्री लूट और आतंकवाद जैसे गैर पारंपरिक खतरों से निपटने के लिए सामूहिक कार्रवाई को प्रोत्साहित करना शामिल है।
सिंह ने कहा कि हाल के दशकों में चक्रवात, सूनामी, भूकंप और बाढ़ जैसी आपदाओं की एक श्रृंखला देखी गई है, जिससे बड़े पैमाने पर मौतें और विनाश हुआ है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘ऐसी प्रतिकूल परिस्थितियों के समय में ही समझ और दोस्ती की गहराई का सबसे अच्छा अंदाजा लगाया जा सकता है और मुझे यह स्वीकार करने में कोई झिझक नहीं है कि हमारे देश ऐसी विषम परिस्थितियों में एक-दूसरे के साथ खड़े हैं।’’
रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘मैं आश्वस्त हूं कि यह अभ्यास भविष्य में आपदाओं का मुकाबला करने के लिए सभी हितधारकों को शामिल कर प्रोटोकॉल तैयार करने में बिम्सटेक राष्ट्रों के लिए आवश्यक जमीनी कार्य करेगा।’’
उन्होंने कहा कि भारत का प्रयास रहेगा कि बंगाल की खाड़ी क्षेत्र में सभी सदस्य देशों का सहयोग करने और उनकी सहायता करने के वास्ते सभी संभव उपायों को विकसित किया जाए।
सिंह ने कहा कि कोविड-19 से निपटने में संकट की स्थिति में सशस्त्र बलों का योगदान जगजाहिर है।
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