Bihar Weather Today: बिहार के कई जिलों में अधिकतम तापमान 47 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा रिकॉर्ड किया जा रहा है। इसके बाबजूद बिहार के सरकारी स्कूलों में पढ़ाई चल रही है और भरी दुपहरी में बच्चों को छुटियां दी जा रही है। ऐसे में भीषण गर्मी के बीच स्कूलों में चल रही पढ़ाई के चलते छात्राएं स्कूलों में बेहोश होकर गिर जा रही हैं। बावजूद इसके शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक स्कूल खोल कर उपस्थिति की जांच कर रहे हैं। जबकि राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने भीषण गर्मी को देखते राज्य के मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा को पत्र लिखकर स्कूलों में छुट्टी बढ़ाने को कहा था। लेकिन राज्यपाल के पत्र का असर केके पाठक पर नहीं पड़ता और स्कूलों में पढ़ाई जारी रखा गया है। शिक्षा विभाग के द्वारा स्कूलों को खोले जाने से इस भीषण गर्मी में त्राहिमाम मचा हुआ है।
प्रचंड गर्मी की वजह से प्रार्थना के दौरान हीं छात्राएं बेहोश हो जा रही हैं। जबकि कुछ छात्राएं क्लास रूम पहुंचते पहुंचते बेहोश हो जा रही हैं। प्रचंड गर्मी के बीच स्कूलों में कई छात्र- छात्राओं और रसोइया की हालत बिगड़ने लगी है। गर्मी की मार से तबाह कई बच्चे स्कूल में ही बेहोश हो रहे हैं तो कई बच्चों में स्कूल में ही उल्टी और दस्त की शिकायत मिल रही है।
पिछले दो दिनों से अलग-अलग जगहों से ऐसी कई शिकायतें लगातार मिल रही हैं। बिहार में मौसम के तेवर कड़क है और कई जिलों का पारा 47 डिग्री के पार कर गया है। जबकि औरंगाबाद में रिकॉर्ड पारा 49 डिग्री से अधिक दर्ज किया गया। दक्षिण बिहार और दक्षिण पश्चिम बिहार जबर्दस्त लू की चपेट में है। बुधवार को शेखपुरा, बांका सहित कई जिलों के स्कूलों में गर्मी की वजह से छात्र-छात्राएं बीमार पड़ गईं।
जिसके बाद आनन-फानन में उन्हें अस्पताल पहुंचाना पड़ा। पटना समेत कई जिलों में मंगलवार को भी स्कूल में छात्र-छात्राएं गर्मी की वजह से बेहोश हो गई थीं। छात्राओं के बेहोश होने पर शिक्षकों में भी अफरा तफरी मच गई। जबकि छात्राओं के परिवार वालों को जब इसकी सूचना मिली तो वह भी स्कूल में पहुंचकर काफी हंगामा किए।
शिक्षकों से भी दुर्व्यवहार किया। ग्रामीण जबर्दस्ती सभी बच्चों को अपने साथ अपने घर लेकर चले गए। आक्रोशित ग्रामीणों ने रोड भी जाम भी कर दिया। बावजूद इसके शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक पर इसका असर नहीं हो रहा है।