पटना:बिहार की सियासत में विपक्षी दल लगातार एनडीए सरकार पर हमला बोल रहे हैं। खासकर पंचायती राज मंत्री दीपक प्रकाश को निशाने पर ले रहे हैं। विपक्ष का आरोप है कि न तो वे विधान पार्षद हैं और न ही विधानसभा के सदस्य, फिर भी उन्हें मंत्री पद दिया जाना परिवारवाद और राजनीतिक पक्षपात का उदाहरण है। ऐसे में रालोमो प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा अपने बेटे दीपक प्रकाश को मंत्री बनवाकर चर्चा के केन्द्र में आ गए हैं। इस बीच उपेंद्र कुशवाहा ने अपने एक्स हैंडल के जरिये पोस्ट शेयर किया है। इसमें उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की बातों को याद किया है। इतना ही नहीं, उपेंद्र कुशवाहा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बड़ा भाई भी बताया है। उन्होंने लिखा है कि कभी-कभी बड़ों के द्वारा कही गई बातों को याद करना चाहिए।
उपेंद्र कुशवाहा ने लिखा है कि आज न जाने क्यों बड़े भाई नीतीश कुमार जी की एक पुरानी बात याद आ गई। सोचा आपसे भी शेयर करूं। कभी नीतीश जी ने कहा था- खाना खाते वक्त मक्खियां भन-भनाएंगी। चिन्ता मत कीजिए। बायें हाथ से भगाते रहिए। दाहिने से खाते रहिए। बता दें कि दीपक प्रकाश बिना चुनाव लड़े मंत्री बनने पर वे जमकर विपक्ष की तरफ से ट्रोल हो रहे हैं। दीपक प्रकाश बिहार विधानसभा चुनाव में सासाराम सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी नारायण पासवान के काउंटिंग एजेंट भी बने थे। लेकिन जब रिजल्ट आया तो नारायण पासवान को टोटल 327 वोट मिले थे।
साथ ही उनकी जमानत भी जब्त हो गई थी। ऐसे में बिना चुनाव लड़े दीपक प्रकाश के मंत्री बनने से कई तरह के सवाल खड़े किये जा रहे हैं। अपने पोस्ट के जरिये उपेंद्र कुशवाहा ने विपक्ष पर पलटवार किया। ऐसे में कुशवाहा का यह बयान राजनीतिक हलकों में तेजी से चर्चा का विषय बना हुआ है। उनके इस बयान का आशय साफ है सरकार अपना काम करती रहेगी और विपक्ष की आलोचनाओं को “मक्खियों” की तरह देखा जाए, जिन्हें बस हटाते रहना चाहिए।