बिहार: तेजस्वी यादव ने लगाया केन्द्र पर भेदभाव का आरोप, सुशील मोदी के आरोपों पर बोले- "वो फालतू बात करते हैं"
By एस पी सिन्हा | Published: November 5, 2022 04:42 PM2022-11-05T16:42:51+5:302022-11-05T16:46:43+5:30
केंद्र सरकार से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग करते हुए बिहार के उपमुख्मंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि केंद्र सरकार हमेशा से बिहार के साथ भेदभाव कर रही है और वो नहीं चाहती की बिहार विकास की दौड़ में अन्य राज्यों से आगे निकले।
पटना: बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने केंद्र की मोदी सरकार पर एक बार फिर जमकर निशाना साधते हुए बिहार के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया है। उन्होंने एक बार फिर केंद्र सरकार से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की। तेजस्वी यादव ने कहा कि केंद्र सरकार हमेशा से बिहार के साथ भेदभाव कर रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार बिहार को केंद्रीय सहायता राशि देने में भेदभाव कर रही है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार को अगर विशेष राज्य का दर्जा मिलेगा तो हमारा राज्य टॉप 5 राज्यों में पहुंच जाएगा। उन्होंने कहा कि इंफ्रास्ट्रक्टर्स की बात करें तो इसमें बिहार सबसे आगे है। ये हमारे लिए गर्व की बात है। इसमें अगर केंद्र सरकार भी सहयोग कर दे तो बिहार काफी आगे चला जाएगा और यदि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिले जाए तो बिहार देश के टॉप 5 राज्यों में पहुंच जाएगा।
लेकिन इन बातों के साथ तेजस्वी यादव ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार बिहार की जनता के साथ अन्याय कर रही है और बिहार के विकास के साथ लगातार पक्षपात कर रही है। उन्होंने कहा कि हम केवल आरोप नहीं लगा रहे बल्कि पूरी ताकत के साथ ही यह बात कर रहे हैं। हमारे पास इसे साबित करने के लिए कई प्रमाण है।
इसके साथ ही तेजस्वी यादव ने कहा कि केंद्र की भेजी धनराशि और सूबे की स्थिति पर बात करते हुए कहा कि बिहार में नगर निकाय के कुल 38 हेड क्वार्टर हैं और केंद्र सरकार उनके विकास के लिए महज 7 करोड़ 35 लाख रुपए खर्च करने के लिए दे रही है। अब खुद ही सोचा जा सकता है कि इतने कम पैसों में बिहार का किस तरह से विकास होगा।
वहीं भाजपा नेता सुशील मोदी के आरोपों और बयान पर तेजस्वी यादव ने कहा कि सुशील मोदी के बातों का हम जवाब नहीं देते हैं। वे बेमतलब की बात करते हैं। सुशील मोदी काम के विषय पर बात नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि विलय की बात एकदम गलत है। इससे पहले भी सुशील मोदी के बयान को तेजस्वी यादव फालतू बता चुके हैं।