पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव में दो चरण का मतदान समाप्त होने के बाद अब हर किसी को नतीजों का इंतजार है। शुक्रवार 14 नवंबर को मतगणना होनी है। दोपहर तक यह स्पष्ट हो जाएगा कि बिहार में अगली सरकार किसकी होगी और कौन बिहार का अगला मुख्यमंत्री होगा। हालांकि इससे पहले दोनों प्रमुख गठबंधनों की तरफ से दावे पर दावे किए जा रहे हैं। नतीजों से पहले अब पोस्टर वॉर शुरू हो गया है। जदयू दफ्तर के बार लगे पोस्टर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की एक बड़ी तस्वीर लगी है और नीचे लिखा है- टाइगर अभी जिंदा है।
इसके अलावा पोस्टर में लिखा गया है दलित, महादलित, पिछड़ा, अति पिछड़ा, स्वर्ण, अल्पसंख्यक के संरक्षक। यह पोस्टर बिहार सरकार में मंत्री रहे रणजीत सिन्हा ने लगवाया है। नीचे लिखा है कि दलित, महादलित, पिछड़ा, अति पिछड़ा, सवर्ण, अल्पसंख्यक के संरक्षक टाइगर अभी जिंदा है। यह पोस्टर बिहार सरकार में मंत्री रहे रणजीत सिन्हा ने लगवाया है।
नीचे लिखा गया है “दलित, महादलित, पिछड़ा, अति पिछड़ा, सवर्ण, अल्पसंख्यक के संरक्षक-टाइगर अभी जिंदा है। चुनाव शुरू होते ही नीतीश कुमार की तबीयत को लेकर चर्चाएं तेज थीं। ऐसे में यह पोस्टर यह संदेश देने की कोशिश कर रहा है कि तबीयत खराब होने पर भी शेर, शेर ही रहता है।
दरअसल, यह पोस्टर एनडीए में जदयू की ताकत और नीतीश कुमार की राजनीतिक सक्रियता को दिखाने का प्रयास माना जा रहा है। जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि बिल्कुल टाइगर जिंदा है। नीतीश कुमार ने अपनी अनोखी शैली से करारा जवाब दिया है। टाईगर ने अपने अस्तित्व पर सवाल खड़ा करने वालों को जवाब दे दिया है।
नीतीश कुमार के नेतृत्व में एक बार फिर से एनडीए की सरकार बनेगी। बता दें कि एग्जिट पोल में एनडीए की सरकार बनती दिख रही है इसके बाद से ही एनडीए के कार्यकर्ता में उत्साह देखा जा रहा है और पोस्टर लगा कर एक मैसेज देने की कोशिश की गई है कि अभी नीतीश कुमार का प्रभाव बिहार की राजनीति में बहुत है।
उल्लेखनीय है कि एग्जिट पोल के आंकड़े यदि सही साबित होते हैं, तो नीतीश कुमार की सरकार की वापसी तय मानी जा रही है, और इसमें महिला मतदाताओं की भूमिका निर्णायक बताई जा रही है। दूसरी ओर, विपक्ष भी पूरी तरह आक्रामक मोड में है। समाजवादी पार्टी की तरफ राजद दफ्तर के बाहर पोस्टर लगाया गया है, जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और अमित शाह की तस्वीर के साथ सपा प्रमुख अखिलेश यादव की तस्वीर लगी है और बड़े अक्षरों में लिखा गया है ‘अलविदा चाचा’।