पटनाः अगले माह होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के दो विधायकों संगीता कुमारी और चेतन आनंद ने शुक्रवार को विधानमंडल से इस्तीफा दे दिया। दोनों के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने की संभावना जताई जा रही है। विधानसभा सचिवालय द्वारा जारी की गयी अधिसूचना में कहा गया है कि संगीता कुमारी (मोहनिया) और चेतन आनंद (शिवहर) के इस्तीफे के बाद दोनों सीट रिक्त हो गई हैं। दोनों विधायक तत्काल प्रतिक्रिया के लिए उपलब्ध नहीं हो सके।
इस वर्ष की शुरुआत में जब जनता दल यूनाइटेड (जदयू) दोबारा भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल हुआ था, तब से संगीता कुमारी और चेतन आनंद विधानसभा की कार्यवाही के दौरान लगातार सत्तापक्ष की बेंचों पर बैठते नजर आ रहे थे। इसके बाद राजद ने दोनों के खिलाफ अयोग्यता याचिका दायर की थी, जो फिलहाल विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव के समक्ष लंबित है।
राज्य में दो चरणों में चुनाव होंगे ,पहला चरण छह नवंबर को और दूसरा चरण 11 नवंबर को होगा। मतगणना 14 नवंबर को होगी। इससे पहले कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री मुरारी प्रसाद गौतम और भभुआ से राजद विधायक भारत बिंद ने भी विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दिया था।
पूर्व सांसद अजय निषाद ने कांग्रेस छोड़ी, पत्नी रमा निषाद के साथ भाजपा में हुए शामिल
पूर्व सांसद और हाल के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी रहे अजय निषाद शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए। उन्होंने अपनी पत्नी रमा निषाद के साथ यहां भाजपा की बिहार इकाई के प्रदेश कार्यालय में एक समारोह में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की और भाजपा नेतृत्व में पूर्ण विश्वास व्यक्त किया।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल ने अजय निषाद और उनकी पत्नी रमा निषाद को पार्टी की सदस्यता दिलाई और उनका स्वागत किया। इस मौके पर डॉ. जायसवाल ने कहा कि अजय निषाद दंपति के भाजपा में आने से पार्टी न केवल मुजफ्फरपुर जिले में बल्कि पूरे प्रदेश में और मजबूत होगी।
उन्होंने दावा किया कि आने वाले चार से पांच दिनों में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस के कई विधायक भी भाजपा में शामिल होने वाले हैं। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, “विपक्ष हताशा में है, इसलिए उसके एक नेता बिहार के हर परिवार को सरकारी नौकरी देने की बात कर रहे हैं। बिहार में करीब दो करोड़ 70 लाख परिवार हैं। ऐसी बातें केवल निराशा में ही कही जा सकती हैं।”
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि विपक्ष के पास अब कोई ठोस मुद्दा नहीं बचा है। उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व सांसद अजय निषाद भले ही कुछ समय के लिए शारीरिक रूप से भाजपा से अलग रहे हों, लेकिन वास्तव में वह कभी भी पार्टी से दूर नहीं हुए। उन्होंने कहा, “उनके दिल में भाजपा बसती है । वह लंबे समय तक पार्टी से अलग रह ही नहीं सकते।”
अजय निषाद मुजफ्फरपुर लोकसभा सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव जीतते रहे, लेकिन 2024 के चुनाव में पार्टी ने विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) छोड़ कर आये राजभूषण निषाद को अपना उम्मीदवार बनाया, जो अभी केंद्र में मंत्री भी हैं। उसके बाद अजय निषाद कांग्रेस में शामिल हो गये थे। लोकसभा चुनाव में राज भूषण ने उन्हें शिकस्त दी।
बिहार विधानसभा चुनाव का जिक्र करते हुए जायसवाल ने कहा,“राजग कार्यकर्ताओं के जोश और उत्साह से यह स्पष्ट है कि आगामी चुनाव में राजग न केवल बहुमत से सरकार बनाएगा, बल्कि रिकॉर्ड और ऐतिहासिक जीत दर्ज करेगा। बिहार में डबल इंजन की सरकार बनेगी और राज्य विकास की नई छलांग लगाएगा।” निषाद ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में विकास में योगदान देना चाहते हैं।
भाकपा ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए तेजस्वी यादव को सौंपी 24 उम्मीदवारों की सूची
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के महासचिव डी. राजा ने शुक्रवार को कहा कि पार्टी ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए अपने 24 संभावित उम्मीदवारों की सूची ‘इंडिया’ गठबंधन के संयोजक तेजस्वी यादव को सौंप दी है। राजा ने यहां पार्टी की राज्य परिषद की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि भाकपा, ‘इंडिया’ गठबंधन के एक घटक दल के रूप में राज्य में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को हराने और जनता के हित में काम करने वाली सरकार बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा, “ हमने ‘इंडिया’ गठबंधन के संयोजक तेजस्वी यादव को 24 उम्मीदवारों की सूची सौंप दी है।” राजा ने बताया कि वर्ष 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में भाकपा ने छह सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिनमें से दो सीटों पर उसे जीत मिली थी।
भाकपा महासचिव ने आरोप लगाया कि बीते 20 वर्षों के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) शासन में बिहार भ्रष्टाचार और अपराध की भयावह स्थिति का सामना कर रहा है। उन्होंने केंद्र सरकार पर “कॉर्पोरेट समर्थक और जनविरोधी नीतियां अपनाने” का आरोप लगाते हुए कहा कि इससे महंगाई बढ़ी है और रोजगार के अवसर घटे हैं।
राजा ने कहा, “बिहार विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और पूरे देश की निगाहें इस चुनाव पर हैं। हमें राजग सरकार को हटाकर ‘इंडिया’ गठबंधन की सरकार बनानी होगी, ताकि एक समृद्ध और प्रगतिशील बिहार का निर्माण किया जा सके।” भाकपा की राज्य परिषद की बैठक में यह प्रस्ताव पारित किया गया कि पार्टी शिक्षा, स्वास्थ्य, बेरोजगारी, महंगाई, भूमि सुधार और पलायन जैसे जनहित के मुद्दों पर चुनाव लड़ेगी। राजा ने कहा कि भाजपा राज्य की राजनीति पर पूरी तरह से वर्चस्व जमाने की कोशिश कर रही है,
और यदि ऐसा हुआ तो बिहार “सांप्रदायिक और फासीवादी ताकतों के खतरे” का सामना करेगा। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे पूर्ण समर्पण, अनुशासन और एकता के साथ काम करें, ताकि इंडिया गठबंधन की जीत सुनिश्चित हो सके।