रसोइयों को 3300, रात्रि प्रहरी को 10000 और शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशकों को 16000 रुपये का सौगात?, बिहार विधानसभा चुनाव से पहले तोहफे की बारिश
By सतीश कुमार सिंह | Updated: August 1, 2025 09:01 IST2025-08-01T08:55:47+5:302025-08-01T09:01:00+5:30
वर्ष 2005 में शिक्षा का कुल बजट 4366 करोड़ रुपए था जो अब बढ़कर 77690 करोड़ रुपए हो गया है।

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पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक्शन मोड में हैं और एक के बाद एक बड़ी सौगात दे रहे हैं। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को सुबह-सुबह एक और बड़ा ऐलान करते हुए बड़ी सौगात दी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक्स पर पोस्ट कर जानकारी दी। नवम्बर 2005 में सरकार बनने के बाद से ही हमलोग शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए लगातार काम कर रहे हैं। वर्ष 2005 में शिक्षा का कुल बजट 4366 करोड़ रुपए था जो अब बढ़कर 77690 करोड़ रुपए हो गया है।
Bihar CM Nitish Kumar (@NitishKumar) posts, "नवम्बर 2005 में सरकार बनने के बाद से ही हमलोग शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए लगातार काम कर रहे हैं। वर्ष 2005 में शिक्षा का कुल बजट 4366 करोड़ रूपए था जो अब बढ़कर 77690 करोड़ रूपए हो गया है। बड़ी संख्या में शिक्षकों की नियुक्ति, नए… pic.twitter.com/DUrDOMvtpj
— Press Trust of India (@PTI_News) August 1, 2025
बड़ी संख्या में शिक्षकों की नियुक्ति, नए विद्यालय भवनों के निर्माण एवं आधारभूत संरचनाओं के विकास से शिक्षा व्यवस्था में व्यापक सुधार हुआ है। शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में रसोइयों, रात्रि प्रहरियों तथा शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशकों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसे ध्यान में रखते हुए हमलोगों ने इन कर्मियों की मानदेय राशि में सम्मानजनक वृद्धि करते हुए इसे दोगुना करने का निर्णय लिया है।
शिक्षा विभाग के अंतर्गत मध्याह्न भोजन में कार्यरत रसोइयों के मानदेय में दोगुनी वृद्धि करते हुए 1650 रुपए से 3300 रुपए करने का निर्णय लिया गया है। वहीं माध्यमिक/उच्च शिक्षा विद्यालय में कार्यरत रात्रि प्रहरी का मानदेय 5000 रुपए से दोगुना करते हुए इसे अब 10000 रुपए करने का निर्णय लिया गया है।
साथ ही शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशकों का मानदेय 8 हजार रूपए से दोगुना करते हुए अब 16 हजार रूपए करने का निर्णय लिया गया है। साथ ही इनकी वार्षिक वेतन वृद्धि 200 रूपए के स्थान पर 400 रूपए करने का निर्णय लिया गया है। इससे कार्यरत कर्मियों के मनोबल में वृद्धि होगी और वे अधिक उत्साह एवं लगन से अपने कार्यों का निष्पादन करेंगे।"
आशा और ममता कार्यकर्ताओं की बढ़ाई प्रोत्साहन राशि
मुख्यमंत्री के ऐलान पर तेजस्वी यादव ने भी तंज कसा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ट्वीट कर लिखा कि नवंबर 2005 में सरकार बनने के बाद से हम लोगों ने स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए बड़े पैमाने पर काम किया है। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने में आशा तथा ममता कार्यकर्ताओं ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
इसे ध्यान में रखते हुए तथा ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण में आशा एवं ममता कार्यकर्ताओं के अहम योगदान को सम्मान देते हुए उनकी मानदेय राशि में वृद्धि करने का निर्णय लिया गया है। आशा कार्यकर्ताओं को अब 1 हजार रुपए की जगह 3 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी।
साथ ही ममता कार्यकर्ताओं को प्रति प्रसव 300 रुपए की जगह 600 रुपए की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी, इससे उनका मनोबल और बढ़ेगा तथा ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं और मजबूत होंगी। मुख्यमंत्री कुमार के ऐलान के बाद अब आशा कार्यकर्ताओं को 1 हजार रुपए की जगह 3 हजार रुपए मिलेंगे। ममता कार्यकर्ताओं को प्रति प्रसव 300 रुपए की जगह 600 रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।