Bihar political crisis Live: बिहार में बदलते राजनीतिक परिस्थितियों के बीच कांग्रेस में टूट की खबर आ रही है। कई विधायकों के संपर्क से दूर होने के बाद कांग्रेस आलाकमान ने छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को बिहार पहुंचने और कैंप करने को कहा गया है। पार्टी के 10 विधायक अभी भी नेतृत्व से संपर्क से बाहर हैं। दरअसल, पिछले दो दिनों से कांग्रेस में टूट की आशंका गहराती जा रही थी इसके बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने पार्टी के सभी विधायकों को फोन कर पूर्णिया बुलाया था। बताया जा रहा है कि पूर्णिया में आज कांग्रेस विधायक दलों की बैठक होनी थी।
लेकिन काफी कम संख्या में विधायक वहां पहुंचे। ऐसे में कांग्रेस आलाकमान की चिंता बढ़ गई है। इसके बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बिहार के वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों को देखते हुए भूपेश बघेल को तत्काल बिहार कूच करने को कहा है। पार्टी के तरफ से जारी पत्र में कहा गया है कि भूपेश बघेल को बिहार में राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा और मौजूदा राजनीतिक परिस्थितियों पर निगरानी के लिए सीनियर पर्यवेक्षक बनाकर भेजा जा रहा है।
इस बीच कांग्रेस विधायक अजीत शर्मा ने कहा है कि नीतीश कुमार अगर महागठबंधन से अलग भी होते हैं तो महागठबंधन की सेहत पर विशेष असर नहीं पड़ेगा। हम लोग मजबूती के साथ भाजपा के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कांग्रेस विधायकों के जदयू में जाने की खबर पर विराम लगाते हुए कहा कि बिहार में सभी कांग्रेस विधायक एकजुट हैं और सभी उनके संपर्क में है। कोई कहीं नहीं जाने वाले हैं।
अजीत शर्मा ने कहा कि अगर महागठबंधन की ओर से तेजस्वी यादव को सरकार बनाने का दावा पेश करते हैं तो कांग्रेस पूरी तरह उनके साथ है। वहीं उन्होंने नीतीश कुमार के एनडीए में जाने पर कहा कि पहले वह चले तो जाएं। वह चले जाएंगे फिर हम सभी इधर समीकरण बनाएंगे। बता दें कि बिहार में कांग्रेस के अभी 19 विधायक हैं।
ऐसे में अगर विधायक टूट कर एनडीए के खेमे में आते हैं तो राजद प्रमुख लालू यादव का गेम प्लान बिगड़ सकता है। लालू के बेटे तेजस्वी यादव ने कहा है कि वो इतनी आसानी से नीतीश कुमार को फिर से सरकार नहीं बनाने देंगे। हालांकि कांग्रेस के ये विधायक उनके रास्ते का कांटा बन सकते हैं।