पटना: बिहार के छपरा में जहरीली शराब से 45 से ज्यादा लोगों की मौतों पर शुक्रवार को भी विपक्ष ने विधानसभा में जबर्दस्त हंगामा और नारेबाजी की। यह नारेबाजी और हंगामा उस समय किया गया जब उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव विधानसभा में बोल रहे थे।
हंगामे के बीच विधायकों ने वहां रखी कुर्सियां भी अपने हाथ में उठा ली। हालांकि, स्पीकर अवध बिहारी चौधरी लगातार विपक्ष को शांत रहकर विधानसभा की कार्यवाही में सहयोग करने की बात कहते रहे। उन्होंने विपक्ष के विधायकों को नसीहत देते हुए कहा, 'बिहार की जनता सब देख रही है और आपलोग जिस तरह का आचरण करते हैं, वह अशोभनीय है।'
बता दें कि अप्रैल, 2016 में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार ने बिहार में शराब की बिक्री और खपत पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया था। हालांकि, इसके बावजूद राज्य में पिछले कुछ सालों में जहरीली शराब से मौतों के कई मामले सामने आते रहे हैं। इसके अलावा शराब की बड़े पैमाने पर तस्करी की बात भी सामने आती रही है।
बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने शुक्रवार को कहा, ‘बिहार में शराबबंदी के बावजूद पुलिस अधिकारियों और राज्य प्रशासन के संरक्षण में जहरीली शराब की बिक्री खूब फल-फूल रही है। वे आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।’
सिन्हा ने कहा, ‘सारण की घटना राज्य सरकार द्वारा एक सामूहिक हत्या है और इसके लिए राज्य प्रशासन जिम्मेदार है। हमने (भाजपा विधायकों ने) सारण में प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया, मरने वालों की संख्या जिला प्रशासन द्वारा दिए गए आंकड़े से बहुत अधिक है।'