बिहार: सियासी गहमागहमी के बीच पटना में सड़कों को पाट दिया गया पोस्टरों से
By एस पी सिन्हा | Published: December 11, 2022 08:47 PM2022-12-11T20:47:10+5:302022-12-11T20:47:10+5:30
राजधानी पटना में आज दो बड़े सियासी कार्यक्रम आयोजित किए गए। पहला तो जदयू का खुला अधिवेशन तो दूसरा कांग्रेस के नये प्रदेश अध्यक्ष का स्वागत समारोह। दोनों ही कार्यक्रम गांधी मैदान के इलाके में आयोजित किए गए।
पटना: बिहार में जारी सियासी गहमागहमी के बीच राजधानी पटना की सड़कों को पोस्टरों से पाट दिया गया। सड़क पर छिड़ा पोस्टर वॉर, देखते ही बन रहा है। पोस्टर के जरिए एक दूसरे पर सियासी वॉर करने में कोई दल किसी से पीछे नही दिखी। पटना एयरपोर्ट से लेकर ज्ञान भवन तक का इलाका पोस्टरवॉर का गवाह बन गया।
दरअसल, राजधानी पटना में आज दो बड़े सियासी कार्यक्रम आयोजित किए गए। पहला तो जदयू का खुला अधिवेशन तो दूसरा कांग्रेस के नये प्रदेश अध्यक्ष का स्वागत समारोह। दोनों ही कार्यक्रम गांधी मैदान के इलाके में आयोजित किए गए। जदयू के खुला अधिवेशन में बड़ी-बड़ी सियासी बातें हुई। कार्यक्रम में जदयू का आगे क्या कार्यक्रम है। किस तरह दिल्ली फतह करना है। आगे की क्या रणनीति है। इसका खुलासा हुआ।
वहीं पटना की सड़कों को पोस्टरों से पाट दिया गया था। हर चौक-चौराहे से लेकर सड़कों के किनारे अपना नाद दिखाने की होड़ मची रही, लिहाजा सभी ने बढ़-चढ़कर पोस्टरबाजी की। अपने नए-नवेले अध्यक्ष के स्वागत में कार्यकर्ताओं ने पटना को बैनर-पोस्टरों से पाट दिया। पोस्टरों में जदयू कार्यकर्ताओं के द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को फिर से ललन सिंह को अध्यक्ष बनाने पर धन्यवाद दिया गया। जदयू के पोस्टर वीरचंद पटेल पथ स्थित पार्टी कार्यालय से शुरु होकर इनकम टैक्स गोलंबर और डाकबंगला चौराहा होते हुए गांधी मैदान स्थित श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल तक पटे पड़े नजर आए।
उधर, कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर ताजपोशी के बाद पहली बार पटना पहुंचे अखिलेश कुमार सिंह का भव्य स्वागत किया गया। पटना एयरपोर्ट पर उन्हें रिसीव करने के लिए कांग्रेस के कार्यकर्ता सड़कों पर उमड़ पड़े। एयरपोर्ट से लेकर सभास्थल ज्ञान भवन तक रास्ते में दर्जनों जगह पर उनका जोरदार अभिनंदन किया गया। इस दौरान पूरा इलाका भी पोस्टरों से भरा पड़ा नजर आया।
पोस्टरों में पार्टी कार्यकर्ता अपने नेता को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देते नजर आए। इस तरह पटना की सड़कों पर पोस्टर वॉर दिखा। दोनों ही पार्टियों ने अपने नये अध्यक्ष के स्वागत में कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ा। लेकिन आखिर इस पोस्टरबाजी किसके हाथ लगी, इसकी बात करें तो कांग्रेस भारी नजर आई। हालांकि मामला उन्नीस और बीस का ही नजर आया।