बिहार: सीएम नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में राज्य में छह नए हवाई अड्डों के निर्माण की दी गई मंजूरी
By एस पी सिन्हा | Updated: June 17, 2025 15:34 IST2025-06-17T15:34:03+5:302025-06-17T15:34:09+5:30
नीतीश कैबिनेट ने बिहार में छोटे एयरपोर्ट को विकसित करने को लेकर आये प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इसके तहत बिहार के छह शहरों में बंद पड़े एयरपोर्ट को नये सिरे से चालू किया जायेगा। ये छह एयरपोर्ट बिहार के दरभंगा, तिरहुत, कोसी और मुंगेर प्रमंडल में आते हैं।

बिहार: सीएम नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में राज्य में छह नए हवाई अड्डों के निर्माण की दी गई मंजूरी
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक में अलग-अलग विभागों के कुल 20 प्रस्तावों पर मुहर लगाई गई। इसमें नीतीश कैबिनेट ने बिहार में छोटे एयरपोर्ट को विकसित करने को लेकर आये प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इसके तहत बिहार के छह शहरों में बंद पड़े एयरपोर्ट को नये सिरे से चालू किया जायेगा। ये छह एयरपोर्ट बिहार के दरभंगा, तिरहुत, कोसी और मुंगेर प्रमंडल में आते हैं।
मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग की ओर से आये प्रस्ताव पर विचार करते हुए राज्य मंत्रिमंडल ने मधुबनी के भौर, सुपौल के वीरपुर, चंपारण के बाल्मीकि नगर, मुजफ्फरपुर के पताही, सहरसा और मुंगेर एयरपोर्ट को उड़ान योजना के तहत छोटे हवाई अड्डा के रूप में विकसित करने के लिए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण, नई दिल्ली और बिहार सरकार के बीच समझौता ज्ञापन के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।
यह एमओयू भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई), नई दिल्ली और बिहार राज्य सरकार के बीच हुआ है, जिससे इन शहरों का विकास तेजी से होगा। सरकार ने शुरुआती तौर पर 25 करोड़ रुपये प्रति एयरपोर्ट देने का फैसला किया है। यानी कुल मिलाकर 150 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। कैबिनेट की बैठक में हर हवाई अड्डे के लिए करीब 150 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई है।
बता दें कि पिछले दिनों भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण, नई दिल्ली से अधिकारियों की टीम ने पताही पहुंचकर निरीक्षण किया था। जिला प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद थे। अधिकारियों की टीम ने हवाई अड्डा के लिए उपलब्ध भूमि, रनवे की दिशा, फ्लाइट का लैंडिंग एवं टेक-आफ, परिसर में अवस्थित संरचना, हवाई अड्डा की परिधि में सड़क एवं बसावट की स्थिति आदि का सूक्ष्मता से निरीक्षण किया।
इसकी तस्वीर और वीडियो भी बनाई गई क्योंकि पताही हवाई अड्डा से छोटे विमान सेवा की शुरुआत करने की तैयारी चल रही है, इसलिए अतिरिक्त भूमि अधिग्रहण की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। उल्लेखनीय है कि हाल के दिनों में बिहार के कई शहरों में हवाई अड्डे बनाने की मंजूरी मिली है, जिससे राज्य की हवाई कनेक्टिविटी में बड़ा सुधार होने की उम्मीद है।
इससे पहले बजट 2025-26 में राजगीर, भागलपुर, सीवान और रक्सौल में हवाई अड्डों के विकास की योजना को मंजूरी मिली है। इनमें राजगीर में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट और रक्सौल में ब्राउनफील्ड एयरपोर्ट शामिल हैं। इसके साथ ही, बिहटा में दूसरे सिविल एन्क्लेव के लिए भी मंजूरी दी गई है, जो पटना हवाई अड्डे की भीड़ को कम करेगा। ये कदम बिहार के दूर-दराज इलाकों को हवाई सुविधा से जोड़ने और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण हैं। इसके लिए केंद्र और राज्य सरकार फंडिंग करेंगे।
दरअसल पिछले कुछ सालों में बिहार में हवाई सुविधा बढ़ाने की कोशिशें हुई हैं. 2023 में दरभंगा हवाई अड्डा शुरू किया गया था, जो आज भी सफलता की मिसाल है। अब इन नए हवाई अड्डों से बिहार का विकास और तेज होगा। लोगों को उम्मीद है कि यह कदम बिहार को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ेगा और अर्थव्यवस्था को मजबूती देगा।