Bihar Flood: उफान पर गंगा, कोसी, बागमती, बूढ़ी गंडक, पुनपुन और घाघरा, 17 लाख से अधिक लोग बाढ़ से हैं प्रभावित, इन जिलों में हालत खराब
By एस पी सिन्हा | Updated: August 13, 2025 10:53 IST2025-08-13T10:52:12+5:302025-08-13T10:53:18+5:30
Bihar Flood: लखीसराय, सारण, खगड़िया, सीतामढ़ी, कटिहार, पूर्णिया में भी गंभीर स्थिति है। सरकार लगातार लोगों को सावधान रहने की चेतावनी दे रही है।

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पटनाः बिहार का बड़ा हिस्सा इन दिनों बाढ़ की चपेट में है। प्रदेश में गंगा, कोसी, बागमती, बूढ़ी गंडक, पुनपुन और घाघरा नदियां उफान पर हैं। इस बाढ़ से प्रदेश के 17 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। भागलपुर के 75 पंचायतों में 4.16 लाख लोग पीड़ित, इस्माइलपुर-बिंदटोली तटबंध में दरार से खतरा बढ़ा। भोजपुर के 43 पंचायतों में 2.55 लाख लोग प्रभावित हैं। पटना के 19 पंचायतों में 1.08 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं। वैशाली के 24 पंचायतों में 2.28 लाख लोग प्रभावित हैं। मुंगेर के 32 पंचायतों में 2.50 लाख से अधिक प्रभावित है, तीन की मौत हो गई। बेगूसराय के 34 पंचायतों में 3.15 लाख लोग प्रभावित, कई गांवों में घरों में पानी भर गया। बिहार के अन्य जिलों- लखीसराय, सारण, खगड़िया, सीतामढ़ी, कटिहार, पूर्णिया में भी गंभीर स्थिति है। सरकार लगातार लोगों को सावधान रहने की चेतावनी दे रही है।
आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि राहत और बचाव कार्य के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की कुल 32 टीमों को लगाया गया है। ‘भोजपुर, पटना, भागलपुर, वैशाली, लखीसराय, सारण, मुंगेर, खगड़िया, सुपौल और बेगूसराय सहित विभिन्न जिलों में लगातार बारिश से नदियां और नाले उफान पर हैं।
इसके अलावा नेपाल में भारी बारिश के कारण कई जगहों पर नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है। विभाग ने बताया कि राज्य में 10 जिलों के 1,144 गांवों के 17,62,374 लोग बाढ़ से प्रभावित हैं तथा प्रभावित इलाकों में बचाव कार्य के लिए करीब 1,160 नाव लगाई गई हैं। इसबीच दानापुर अनुमंडल पदाधिकारी दिव्या शक्ति ने बताया कि बाढ़ के कारण 49 स्कूल बंद करने का निर्णय लेना पड़ा है।
इनमें से कई भवन अब अस्थायी आश्रय स्थल के रूप में इस्तेमाल हो रहे हैं। स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। स्कूलों के बंद होने से बच्चों की पढ़ाई पूरी तरह ठप हो गई है। वहीं कई भवनों में महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग सुरक्षित ठिकाने के रूप में रह रहे हैं। बाढ़ प्रभावित दानापुर दियारा के निवासियों का जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है।
कई परिवार अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर शरण ले रहे हैं। भागलपुर के नवगछिया में बिंदटोली गंगा तटबंध टूटने के कगार पर है। यहां गंगा नदी ने भारी तबाही मचाई है। बिंद टोली गांव को बचाने के लिए जल संसाधन विभाग द्वारा दो ठेकेदारों के माध्यम से लगभग बाईस करोड़ रुपये की लागत से कराए गए बोल्डर क्रेटिंग कार्य के ध्वस्त होने के बाद यह कटाव हुआ।
इस कटाव के कारण दो दर्जन से अधिक लोगों के घर गंगा में बह गए। कटाव में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है। वहीं फरक्का बैराज का 101 गेट खोल दिए जाने से सोमवार शाम से भागलपुर में गंगा के जलस्तर में धीरे-धीरे कमी आने लगी है, इससे राहत की उम्मीद है। हालांकि, खतरा अभी पूरी तरह से टला नहीं है।


