पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए के बीच सीट शेयरिंग का मामला तय होने और उसमें ओम प्रकाश राजभर की पार्टी को एक भी नहीं मिलने से सियासी हलचल तेज हो गई है। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) को शामिल नहीं किए जाने के बाद यूपी सरकार में मंत्री और सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने बिहार में अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी पहले चरण में 153 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और 13 अक्टूबर को करीब 52 प्रत्याशियों का नामांकन दाखिल कराया जाएगा।
राजभर ने यह भी स्पष्ट किया कि वह अभी भी गठबंधन धर्म निभाने को तैयार हैं। उन्होंने बयान दिया कि अगर एनडीए हमें 4-5 सीटें देता है, तो हम साथ चलने को तैयार हैं। लेकिन अब समय बहुत कम है। बता दें कि ओम प्रकाश राजभर उत्तर प्रदेश में एनडीए के घटक दल हैं और पिछले कुछ महीनों से बिहार में भी सीटों की मांग कर रहे थे। लेकिन एनडीए की ओर से उन्हें कोई सीट नहीं दी गई, जिससे वे नाराज़ नजर आ रहे हैं। बिहार विधानसभा चुनाव कुल 243 सीटों के लिए दो चरणों में होंगे। राजनीतिक जानकारों के अनुसार, सुभासपा के अकेले चुनाव लड़ने के फैसले से सीमांचल और भोजपुर क्षेत्र में एनडीए को हल्का नुकसान हो सकता है।