पटना: भाजपा नेत्री एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने मंगलवार को आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के दौरान तेजस्वी यादव का नाम लिए बगैर विपक्ष पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि बिहार की महिलाएं अब किसी झांसे में आने वाली नहीं हैं। एनडीए सरकार ने डर और अपराध के साए से यहां की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया है। अब फिर उस दौर में लौटना उन्हें मंजूर नहीं हैं। स्मृति ईरानी ने कहा कि जनधन योजना से तीन करोड़ से अधिक महिलाएं लाभान्वित हुई हैं, यह हमारे शासन का गौरव है। गरीब महिलाओं की रसोई में अब धुंआ नहीं है, क्योंकि उन्हें स्वच्छ ईंधन मिला है। महिलाओं को छोटे से छोटे व्यापार से जोड़ने के लिए 11 लाख जीविका समूह सशक्त किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि रोजगार योजना के तहत 1.30 करोड़ महिलाओं के खातों में दस हजार रुपये की राशि भेजी गई है और चुनाव के बाद दो लाख तक की सहायता दी जाएगी। स्मृति ईरानी ने कहा कि महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण भाजपा सरकार की उपलब्धि है, जबकि विपक्ष ने हर बार महिला सशक्तिकरण का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार ने बिहार को अपराध और दहशत के दौर से बाहर निकाला है और महिलाओं के खातों में सीधे पैसा भेजकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया है।
एक सवाल के जवाब में स्मृति ईरानी ने कहा कि जैसे ही राजद नेताओं को जानकारी हुई कि मैं प्रेस कांफ्रेंस कर रही हूं, उन्होंने भी प्रेस कांफ्रेंस बुलाई। लेकिन बिहार की महिलाएं उनके झांसे में नहीं आने वाली हैं। यह पीड़ा का विषय है कि एनडीए सरकार जब सीधे महिलाओं के खाते में पैसा भेज रही है, तो राजद उसकी शिकायत कर उसे रोकने की कोशिश कर रहा है। राजद ने हमेशा महिलाओं को कमजोर रखने का काम किया है। भाजपा नेता ने कहा कि बिहार की महिलाएं अपना मन बना चुकी हैं और अपना हित-अहित बेहतर समझती हैं।
वहीं, चुनाव प्रचार के लिए निकलते वक्त स्मृति ईरानी ने कहा कि मुझे खुशी है कि मेरे प्रेस कॉन्फ्रेंस की घोषणा के बाद राजद का बयान आया है। लेकिन ये स्पष्टीकरण नहीं आया कि राजद ने चुनाव आयोग से ये अनुरोध क्यों किया कि मुख्यमंत्री रोजगार योजना के तहत बिहार की 1 करोड़ 30 लाख महिलाओं को 10 हज़ार रुपये मिले हैं, उसे रोका जाए। राजद इस तरह दोहरी भाषा में क्यों बात कर रही है?
उन्होंने कहा कि राजद को क्यों लगता है कि महिलाएं तुलना नहीं कर पा रही हैं कि एक तरफ एनडीए की 2 लाख रुपये की सुरक्षा है और दूसरी तरफ राजद का 30 हज़ार रुपये का झुझुना। एक कार्यकर्ता के तौर पर मैं विश्वास दिलाती हूं कि 14 तारीख को भाजपा-एनडीए की सरकार बनेगी।