पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सभी दलों की कसरत तेज होती जा रही है। इसी कड़ी में नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी(एनसीपी-एसपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार भी फरवरी महीने में बिहार आ रहे हैं। शरद पवार सीमांचल के कटिहार आने वाले हैं। 27 फरवरी को कटिहार में शरद पवार का कार्यक्रम है। संगठन की मजबूती को लेकर वो पार्टी के नेता और कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे। शरद पवार का दो दशक यानी पिछले 20 साल में यह पहला बिहार दौरा होगा।
पार्टी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष राहत कादरी का कहना है कि संगठन को मजबूत करने के अलावा शरद पवार का पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से मिलने का कार्यक्रम है। बता दें कि सीमांचल सभी दलों को लुभाता रहा है। असदुद्दीन ओवैसी एक तरह से यहां अपनी पैठ बना चुके हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ने यहां से अपने 5 प्रत्याशियों को जिताने में सफलता हासिल की थी। हालांकि बाद में राजद ने ओवैसी के 4 विधायकों को अपने पाले में ले लिया था।
कांग्रेस इस एरिया से अपने 2 प्रत्याशियों किशनगंज से डॉक्टर मोहम्मद जावेद और कटिहार से तारिक अनवर को लोकसभा भिजवा चुकी है। भाजपा की भी इस एरिया पर पैनी नजर रहती है और अमित शाह भी पिछले लोकसभा चुनाव से पहले यहां का दौरा कर चुके हैं। अब शरद पवार की नजर सीमांचल पर जा टिकी है। भले ही शरद पवार के अपने राज्य महाराष्ट्र में पार्टी का बुरा हाल हो चला है और वह संघर्ष करते दिख रहे हैं। लेकिन बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर शरद पवार लगता है पूरी तैयारी कर रहे हैं।
शरद पवार की पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राहत कादरी कहते हैं कि भले ही हम इंडिया ब्लॉक के साथ हैं, लेकिन बिहार विधानसभा चुनाव गठबंधन में रहकर लड़ना है या गठबंधन से बाहर रहकर लड़ना है, इसका फैसला पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ही करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पार्टी बिहार की 150 सीटों पर नजर बनाए हुए हैं और जो साथी हमसे बिछड़ गए हैं, उन्हें साथ लेने की कोशिश की जाएगी।