Bihar Election 2025: बिहार में विधानसभा चुनाव होने में अभी लगभग एक साल का वक्त है। लेकिन उससे पहले ही इंडिया गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर तनातनी की स्थिति उत्पन्न होने लगी है। पहले कांग्रेस ने 70 सीटों पर दावेदारी ठोक दी है, तो अब दिया है। भाकपा- माले विधायक दल के नेता चौधरी महबूब आलम ने कहा कि आगामी चुनाव में हम लोगों को 60 सीट मिलनी चाहिए। पिछले पांच सालों में वाम दल ने जमीन पर सबसे ज्यादा काम किया है। उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव में वाम दल का प्रदर्शन सबसे बढ़िया रहा था। 60 सीटों की दावेदारी ठोकने वाले चौधरी महबूब आलम ने एक तरफ जहां राज्य राज्य सरकार को आड़े हाथ लिया वही दूसरे तरफ आरएसएस और भाजपा पर सांप्रदायिकता फैलाने की सियासत करने का आरोप पुनः एक बार चस्पा किया।
साथ ही नीतीश कुमार पर मजबूर होने और मजाक की वस्तु बन जाने जैसे तमाम आरोप लगाए। साथ ही गिरिराज सिंह के बयानों को लेकर भी भाकपा- माले विधायक ने नीतीश सरकार पर भी जमकर निशाना साधते हुए भाजपा पर दंगा फैलाने की साजिश रचने का आरोप लगाया। महबूब आलम ने कहा कि कांग्रेस देश का सबसे बड़ा विपक्षी दल है।
उसे राज्यों में अपने सहयोगियों को मजबूत करने के लिए सहयोग करना चाहिए। हमारी मजबूती के हिसाब से हमारी हिस्सेदारी सुनिश्चित होनी चाहिए। वही महागठबंधन की सियासत में बड़े भाई छोटे भाई के सियासी परिभाषा पर जबर्दस्त हमला करते हुए कहा कि अब सारे फैसले राजद नहीं बल्कि महागठबंधन द्वारा लिया जाएगा।
आपसी सामंजस्य की बात भले ही महागठबंधन के घटक दल करें, लेकिन गठबंधन फोरम पर हिस्सेदारी और पार्टी की ताकत को लेकर जो बयानबाजी हो रही है उससे साफ है कि बिहार महागठबंधन में सिर-फुटव्वल जारी है। हालांकि अभी विधानसभा चुनाव में 10 माह से ज्यादा वक्त शेष है।