बिहार में 'यात्रा की सियासत', CM नीतीश की 'समाज सुधार यात्रा' के जवाब में तेजस्वी करेंगे 'बेरोजगारी हटाओ यात्रा'
By एस पी सिन्हा | Updated: December 18, 2021 21:30 IST2021-12-18T21:30:42+5:302021-12-18T21:30:42+5:30
तेजस्वी यादव ने नए साल में 'बेरोजगारी हटाओ यात्रा' निकालने की घोषणा की है. इस यात्रा के बाद पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में एक विशाल रैली का भी आयोजन किया जाएगा.

बिहार में नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की 'यात्रा की सियासत' (फाइल फोटो)
पटना: बिहार में एक बार फिर से ’यात्रा’ की सियासत शुरू होने जा रही है. एक ओर जहां 22 दिसंबर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 'समाज सुधार यात्रा' पर निकलने जा रहे हैं, वहीं नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इसकी काट में 'बेरोजगारी हटाओ यात्रा' पर निकलने का ऐलान कर सियासत को गर्मा दिया है.
बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार में अब तक 12 यात्रा निकाल चुके हैं और अब वे अपनी 13वीं यात्रा पर निकलने जा रहे हैं. इस यात्रा को 'समाज सुधार यात्रा' का नाम दिया गया है. 22 दिसंबर को चंपारण से शुरू होने वाले 'समाज सुधार यात्रा' का समापन 15 जनवरी को उनके गृह क्षेत्र नालंदा में होगा.
तेजस्वी की बेरोजगारी हटाओ यात्रा
तेजस्वी यादव नए साल में 'बेरोजगारी हटाओ यात्रा' पर निकलेंगे. इस यात्रा के बाद पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में एक विशाल रैली भी करने का ऐलान किया है. इस रैली का नाम 'बेरोजगारी हटाओ रैली' दिया गया है.
तेजस्वी अपनी शादी के बाद शनिवार को पहली बार राजद कार्यालय पहुंचे. यहां प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने पार्टी की टोपी, गमछा देकर उनका स्वागत किया.
इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए तेजस्वी ने कहा कि अधिकारियों के घर की जा रही छापेमारी महज दिखावा है. उन्होंने कहा कि खरमास के बाद वे भी पूरे बिहार का दौरा करेंगे. नए साल में वे बेरोजगारी हटाओ यात्रा पर निकलेंगे. इस यात्रा के बाद पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान विशाल रैली का भी आयोजन किया जाएगा.
राजद की सभी को साथ लेकर चलने की कोशिश: तेजस्वी
तेजस्वी ने कहा कि बेरोजगारी हटाओ रैली में भारी संख्या में लोगों का जुटान होगा. तेजस्वी ने बताया कि यात्रा और रैली के दौरान सरकार को जमीनी हकीकत बताने की कोशिश होगी. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी ए-टू-जेड की पार्टी है. हम सभी लोगों को साथ लेकर चलते हैं. असल मुद्दा ये है कि जनता का कल्याण कैसे हो, बिहार के लोगों का दुख-दर्द राजद परिवार कैसे दूर करे, उनकी आवाज कैसे उठाएं?
बकौल तेजस्वी अभी एजेंसियों की रिपोर्ट में बिहार की जो हालत दिख रही है, उससे काफी दुख होता है. नौजवान बेरोजगार हैं. कल-कारखाने नहीं हैं. कानून-व्यवस्था बदतर है. भ्रष्टाचार बढ़ता जा रहा है. ऐसे में हमलोगों के सामने बड़ी चुनौती है. लेकिन जो सरकार में बैठे लोग हैं, दुहाई देते हैं कि क्या था? लेकिन अगले ही पल कहते हैं कि विशेष राज्य के बिना बिहार का विकास नहीं हो सकता, तो आप खुद मान रहे हैं कि आपने कोई काम नहीं किया.
'सरकार की रीयल पिक्चर जनता को दिखाएंगे'
तेजस्वी ने आगे कहा कि जो हमलोग कहते रहे हैं, आप खुद स्वीकार कर रहे हैं. तेजस्वी ने कहा कि बिहार ने 40 में से 39 सांसद दिए, वे लोग क्या कर रहे हैं. आप मांग भी किससे रहे हैं, खुद से. केंद्र में आपकी सरकार, राज्य मे आपकी सरकार, फिर भी विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिला. इसका मतलब है कि आप चाहते ही नहीं.
तेजस्वी के अनुसार शिक्षा, चिकित्सा, कानून-व्यवस्था, रोजगार सबकी स्थिति बदतर होती जा रही है. इनसे बिहार का भविष्य प्रभावित हो रहा है. तेजस्वी ने कहा कि वे सरकार की रीयल पिक्चर जनता को दिखाएंगे. समापन पर पटना के गांधी मैदान में बेरोजगारी रैला का आयोजन किया जाएगा.
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि 19 लाख रोजगार कहां गए? उन्होंने कहा कि राज्य में इतने बड़े-बड़े मामले हुए हैं. राज्य में 75 घोटाले हुए. कई मंत्रियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे. हत्या तक के आरोप लगे लेकिन कहां कुछ हुआ? सुशासन है कहां?