बिहार: सोशल मीडिया से परेशान हैं CM नीतीश कुमार, कहा-हमारे अच्छे कामों की चर्चा नहीं होती, लेकिन...'
By एस पी सिन्हा | Updated: January 5, 2021 18:39 IST2021-01-05T18:36:34+5:302021-01-05T18:39:49+5:30
CM नीतीश कुमार ने यह बातें उस वक्त कही जब बिहार सरकार की ओर से राजधानी पटना के अधिवेशन भवन में जल जीवन हरियाली दिवस मनाई जा रही थी. इस कार्यक्रम के दौरान पिछले एक साल में जल जीवन हरियाली अभियान को लेकर क्या काम हुआ है, मुख्यमंत्री ने इसकी समीक्षा की

बिहार: सोशल मीडिया से परेशान हैं CM नीतीश कुमार, कहा-हमारे अच्छे कामों की चर्चा नहीं होती, लेकिन...'
पटना: बिहार के मुखिया नीतीश कुमार सोशल मीडिया से खासे परेशान हैं. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया ने परेशान कर रखा है. फालतू की बातें घर-घर पहुंच जा रही और हमारे द्वारा किए गए अच्छे कामों की पूछ नहीं. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में हमारे खिलाफ कितना दुष्प्रचार किया गया. बिहार सरकार ने कोरोना काल में फंसे लोगों के लिए क्या नहीं किया, फिर भी तरह-तरह की बातें की गई. कहा गया कि बिहार की सरकार कुछ नहीं कर रही. जबकि सरकार ने बाहर फंसे लोगों के खाते में एक-एक हजार रू उनके खाते में भिजवाया.
सोशल मीडिया से खासे दुखी मुख्यमंत्री ने कहा कि फिर भी कुछ लोग कमेंट करते थे कि कुछ राज्य बसों से भरकर अपने लोगों को वापस ला रहे और हमलोग चुपचाप बैठ हैं. केंद्र सरकार ने गाइडलाइन में जैसे ही बदलाव किया हमलोगों ने भी बाहर फंसे लोगों को वापस लाने की कोई सर नहीं छोड़ी. हमलोग जो काम करते हैं वो घर-घर नहीं पहुंचती, लेकिन जहां कुछ कमी रह जाती है वो बातें घर-घर पहुंच जाती है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह बातें उस वक्त कही जब बिहार सरकार की ओर से राजधानी पटना के अधिवेशन भवन में जल जीवन हरियाली दिवस मनाई जा रही थी. इस कार्यक्रम के दौरान पिछले एक साल में जल जीवन हरियाली अभियान को लेकर क्या काम हुआ है, मुख्यमंत्री ने इसकी समीक्षा की. इस मौके पर अपने संबोधन में कहा कि जल-जीवन हरियाली को लेकर बिहार की सरकार काफी सक्रिय है. इसी दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में सोशल मीडिया पर खूब भडास निकाली. इतना ही नहीं एक अधिकारी जिन्होंने मंच से सलाह दी थी, उनकी भी क्लास लग गई.
जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता के द्वारा मंच पर किये गए संबोधन पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुस्से में आ गए. मुख्यमंत्री ने गुस्से में कहा कि आपको कुछ जानकारी नहीं है कि पर्यावरण को लेकर बिहार के सरकारी स्कूल के बच्चों को कितना जागरूक किया गया है. आपको जो काम है, उसके बारे में जानकारी रखिये. आप जल संसाधन विभाग के इंजीनियर हैं आप अपने विभाग के बारे में पहले जानकारी रखिये. हमलोगों ने पर्यावरण को लेकर काफी काम किया है. इस कार्यक्रम में कृषि पदाधिकारियों के साथ जीविका दीदियां भी शामिल हुई हैं. इस कार्यक्रम में लोगों से पर्यावरण की सुरक्षा के लिए कई तरह की शपथ भी दिलाई गई. इसके साथ ही संकल्प लिया गया कि प्रत्येक वर्ष कम से कम एक पौधा लगाकर उसकी देखभाल करना है. इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राजगीर ऑडिनेंस फैक्ट्री के आसपास अगल 2 साल तक वर्षा न हो फिर कोई परेशानी नहीं होगी. ऐसा इसलिए क्योंकि वहां पर बड़े-बड़े तालाब बनाए गए हैं, जिससे बारिश की पानी का संरक्षण होता है. यह मॉडल पूरे बिहार में लागू करने की जरूरत है.
उन्होंने कहा कि राजगीर में आज स्थिति यह है कि अगर 2 साल भी वर्षा नहीं हो तो वहां पानी की कमी नहीं होगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि हम फिर से वहां जायेंगे और अपने अधिकारियों को भी ले जायेंगे ताकि वहां देखें और बाकी जगहों पर उसे लागू करें. बड़े-बड़े तालाब बनेंगे, जिससे की बारिश की पानी का संरक्षण हो सकेगा. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि आपलोग राजगीर के ऑडिनेंस फैक्ट्री के आसपास बने तालाबों की तस्वीर शेयर कीजिए. इसका फायदा होगा कि लोग जानेंगे और अपने आसपास भी तालाब निर्माण को लेकर प्रेरित होंगे.