Bihar Bridge Collapse: पिछले दो साल में एक दर्जन पुल गिरे, यहां देखें लिस्ट, बिहार में बहार है...
By एस पी सिन्हा | Updated: June 18, 2024 18:10 IST2024-06-18T18:08:55+5:302024-06-18T18:10:23+5:30
Bihar Bridge Collapse: ग्रामीणों का कहना है कि अगर विभागीय अधिकारियों के आंखों पर संवेदक की मेहरबानी का पर्दा नहीं पड़ता तो आज बकरा नदी पर बन रहा पड़रिया पुल नदी के गर्भ में नहीं समाता।

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Bihar Bridge Collapse: बिहार में निर्माणाधीन पुलों का गिरने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। राज्य में एक बार फिर से पुल हादसा हुआ है। अररिया जिले में मंगलवार को बकरा नदी पर बन रहा पड़रिया पुल नदी में समा गया। जिस पुल पर आवागमन के लिए लोग वर्षों से प्रतीक्षारत हैं, आज सिखटी प्रखंड व कुर्साकाटा प्रखंड को जोड़ने वाला पड़रिया पुल अपने निर्माण के दौरान ही नदी के गर्भ में समा गया। 12 करोड़ की लागत से बन रहा पड़रिया पुल का तीन पाया नदी में समा गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार अररिया जिले में बकरा नदी और कुर्साकाटा के बीच डोमरा बांध पर पुल का निर्माण कार्य चल रहा था। मंगलवार की दोपहर नदी में पानी का बहाव जैसे ही तेज हुआ, देखते ही देखते पुल का एक हिस्सा नदी में समा गया। पुल के तीन पाया पानी में बह गए।
Bihar | A portion of a bridge over the Bakra River collapsed in Araria. Details awaited
— ANI (@ANI) June 18, 2024
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इस घटना के बाद ग्रामीणों में अफरा-तफरी मच गई है। घटना की जानकारी मिलने के बाद निर्माण कंपनी के अधिकारियों समेत जिले के तमाम बड़े अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। इस घटना को लेकर ग्रामीणों में गहरा आक्रोश है। ग्रामीणों का कहना है कि अधिकारियों की लापरवाही के कारण करोड़ों की लागत से बन रहा पुल पानी में बह गया है।
ग्रामीणों का कहना है कि अगर विभागीय अधिकारियों के आंखों पर संवेदक की मेहरबानी का पर्दा नहीं पड़ता तो आज बकरा नदी पर बन रहा पड़रिया पुल नदी के गर्भ में नहीं समाता। पुल के बनने से इलाके के लोगों में बड़ी उम्मीद जगी थी, लेकिन विभागीय अधिकारियों की लापरवाही और संवेदक की मनमानी के कारण करोड़ों रुपए पानी में बह गए।
इलाके के लोगों ने संवेदक और अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। यह पुल बिहार के मुखिया नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट था। बता दें कि पिछले दो साल में एक दो नहीं बल्कि लगभग एक दर्जन पुल गिर चुके हैं। हाल ही में भागलपुर में अगुवानी पुल ध्वस्त हो गया था। जिसको लेकर खूब सियासत हुई थे बावजूद इसके सरकार ने उस घटना से सीख नहीं ली और एक बार फिर पुल भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया।16 मई, 2023 को बिहार के पूर्णिया जिले में एक निर्माणाधीन सड़क पुल निर्माण के चार घंटे बाद ढह गया था।
19 मार्च, 2023 को बिहार के सारण जिले में अंग्रेजों के जमाने का एक सड़क पुल गिरने से दो लोग घायल हो गए थे। 19 फरवरी, 2023 को बिहार के पटना जिले में एक निर्माणाधीन पुल गिर गया था। घटना बिहटा-सरमेरा फोरलेन मार्ग पर हुई थी। 16 जनवरी, 2023 को बिहार के दरभंगा जिले में ओवरलोड ट्रक की चपेट में आने से लोहे का पुल गिर गया था।
घटना दरभंगा जिले के कुशेश्वर स्थान प्रखंड के सबोहर घाट की है। 18 नवंबर, 2022 को बिहार के नालंदा जिले में एक निर्माणाधीन सड़क पुल के ढह जाने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। 9 जून, 2022 को बिहार के सहरसा जिले में पुल का एक हिस्सा गिरने से तीन मजदूर घायल हो गए थे।
20 मई, 2022 को राज्य की राजधानी पटना में अत्यधिक बारिश के कारण 136 साल पुराना एक सड़क पुल ढह गया था। इसी तरह बांका जिले में भी निर्माणाधीन पुलिस पानी में बह गया था। ऐसी कई घटनाएं आम हो गई हैं।

