भागलपुर बम धमाके के मामले में थाना प्रभारी निलंबित, डीजीपी ने दी जानकारी, कहा- घटना की जांच एटीएस की टीम करेगी
By एस पी सिन्हा | Published: March 4, 2022 07:21 PM2022-03-04T19:21:03+5:302022-03-04T19:22:27+5:30
बिहार के भागलपुर में हुए बम धमाके में 14 लोगों की जान जा चुकी है. मरने वालों में बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं। मरने वालों की संख्या और बढ़ने की आशंका है.
पटना: बिहार के भागलपुर में गुरुवार रात को हुए बम विस्फोट में 14 लोगों की हुई मौत के बाद अब पुलिस महकमा भी हरकत में आ गया है. इस सिलसिले में तातारपुर के थाना प्रभारी संजय कुमार को निलंबित कर दिया गया है. वहीं इस घटना के बाद बिहार के डीजीपी एस के सिंघल ने एक पत्रकार वार्ता आयोजित कर कहा कि घटना की जांच एटीएस की टीम करेगी. उन्होंने कहा कि इससे पहले भी यहां 2008 में बम विस्फोट हो चुका है.
डीजीपी ने बताया कि भागलपुर बम विस्फोट के दौरान हुई मौतों में तीन बच्चे और छह महिलाएं भी शामिल हैं. उन्होंने बताया कि अवैध तरीके से इस थाना क्षेत्र के मकान में पटाखा बनाने का काम किया जा रहा था और शुरुआती जांच में इसी के कारण हादसे की जानकारी सामने आ रही है.
ऐसे में इसे बड़ी लापरवाही मानते हुए थाना प्रभारी को निलंबित किया गया है. डीजीपी ने बताया कि जिस घर में विस्फोट हुआ है, वह घर पहले लीलावती देवी का था, जिसे बाद में मोहम्मद आजाद ने खरीद लिया था. आजाद ने इस घर को लीलावती देवी को ही किराये पर दिया था. उन्होंने बताया कि इस घटना में लीलावती व उनके परिवार के 5 सदस्यों की मौत हुई है.
बम धमाके में मरने वालों की संख्या अबतक 14 हो चुकी है. जबकि 10 से अधिक लोग जख्मी हैं. उन्होंने बताया कि एसएफएल की टीम जांच के लिए घटनास्थल पर पहुंची हुई है.
बता दें कि ततारपुर थाना से सटे काजीवलीचक के एक मकान में गुरुवार देर रात जोरदार धमाका हुआ. जिससे आसपास के भी कई मकान जमींदोज हो गये. मलवे के अंदर दबे लोगों को लगातार बाहर निकालने का काम चलता रहा. खबर लिखे जाने तक मरने वालों की संख्या 14 पहुंच गई है.
मरने वालों की संख्या में बढोतरी का अनुमान लगाया जा रहा है. दरअसल घायलों में कई की स्थिती गंभीर बने हुई है. इस मामले की गूंज दिल्ली तक गई और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी फोन पर बात की है.