पटनाः बिहार में इसी साल होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए सभी दलों की ओर से आधी आबादी अर्थात महिला मतदाताओं को लुभाने की हर संभव कोशिश शुरू कर दी गई है। महिला मतदाताओं को लुभाने को लेकर महागठबंधन के दो प्रमुख पार्टियों कांग्रेस और राजद के बीच आपसी होड़ मच गई है। इसी कड़ी में कांग्रेस ने घोषणा की है कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो वह माई बहन योजना के तहत महिलाओं को ₹2500 हर महीने देगी। कांग्रेस ने इस योजना के लाभ के लिए महिलाओं को रजिस्टर्ड करने की घोषणा की है और एक नंबर भी जारी किया है।
पटना में इसकी घोषणा करते हुए अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष अलका लांबा ने कहा कि कांग्रेस तेलंगाना में विधवाओं और बुजुर्गों को हर महीने 4,000 रुपये देती है, जबकि बिहार में यह राशि केवल 400 रुपये है। उन्होंने कहा कि तेलंगाना में महिलाओं को हर महीने 2,500 रुपये मिलते हैं और घरेलू सिलेंडर 500 रुपये में दिया जाता है।
कांग्रेस शासित कई राज्यों में महिलाओं को 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा का लाभ भी मिलता है। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत हर महीने की पहली तारीख को महिलाओं के खाते में 2,500 रुपये डाले जाएंगे और इसमें कोई भी धर्म, जाति या संप्रदाय की महिलाएं लाभ ले सकती हैं।
इसके लिए कांग्रेस ने सहायता हेतु फोन नंबर 8800023525 जारी किया है, जिस पर मिस्ड कॉल कर रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है। अलका लांबा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने यह योजना कर्नाटक में शुरू की और काफी इफेक्टिवली वहां पर चल रही है। पूर्व पीएम राजीव गांधी को श्रद्धांजलि देते हुए अलका लांबा ने कहा कि राजीव गांधी के आधी आबादी को हक देने का सपना कांग्रेस पूरा कर रही है।
वहीं, बिहार सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि वहां जो वादे किए गए थे, उन्हें पूरा नहीं किया गया। यहां की महिलाएं अब भी 50 से 60 रुपये की दिहाड़ी पर काम कर रही हैं, जबकि 90 प्रतिशत ग्रामीण महिलाएं लकड़ी पर खाना बना रही हैं। छात्राओं की छात्रवृत्ति की राशि भी कई सालों से बकाया है।
अलका लांबा ने कहा कि बिहार में 13 लाख महिलाओं पर एक थाना है। अलका लांबा ने बताया कि महिलाएं मिस्ड कॉल के जरिए इस योजना से जुड़ सकती हैं और इससे यह पता चलेगा कि कितनी महिलाएं इससे जुड़ना चाहती हैं। वहीं, कांग्रेस और राजद के बीच योजनाओं का श्रेय लेने की होड़ की बात पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने कहा कि यह गठबंधन की संयुक्त योजना है।
हर पार्टी अपने अनुसार काम कर रही है। इस योजना की शुरुआत तेजस्वी यादव ने की थी और सभी गठबंधन दल मिलकर इसे लागू करने की तैयारी कर रहे हैं। बता दें कि तेजस्वी यादव ने सबसे पहले इस योजना की घोषणा की थी, लेकिन अब कांग्रेस भी माई बहिन गारंटी योजना की घोषणा कर रही है।
वहीं, इस पर प्रतिक्रिया देते हुए राजद प्रवक्ता शक्ति यादव ने कहा कि कांग्रेस द्वारा की गई घोषणा महागठबंधन का हिस्सा है। राजद और महागठबंधन की गारंटी है कि माई बहिन योजना के तहत महिलाओं को 2500 रुपये दिए जाएंगे। महागठबंधन के लोग इसे प्राथमिकता के साथ कह रहे हैं। उन्होंने कहा कि महंगाई से सबसे ज्यादा त्रस्त महिलाएं होती हैं, उन्हें राहत देने की मुहिम है।
इस बीच कांग्रेस की इस घोषणा पर जदयू ने वार करते हुए कहा कि कांग्रेस और राजद में झूठ बोलने की होड़ लगी है। मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि कोई कितना भी कुछ कर ले, महिलाओं के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जो किया है वह जगजाहिर है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के हित के लिए नीतीश कुमार ने लगातार क्रांतिकारी कदम उठाए हैं।
चुनाव के समय राजद और कांग्रेस चारा छिटकर फसल कटना चाहती है, यह संभव नहीं है। बिहार की महिलाएं सबको जानती और पहचानती हैं। उनका कौन हितैषी है, यह बिहार की महिलाएं बेहतर जानती हैं। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस की ओर से इस घोषणा को महागठबंधन की अंदरूनी राजनीति से जोड़कर देखा जा रहा है और राजद- कांग्रेस के बीच इसकी क्रेडिट लेने की होड़ कही जा रही है।