पटनाः बिहार में भाजपा को दो दिन में तीन झटका लगा है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से लंबे समय तक जुड़े रहे राजेंद्र सिंह के बाद पटना के पालीगंज विधानसभा सीट से विधायक रह चुकी उषा विद्यार्थी लोक जनशक्ति पार्टी में शामिल हो गईं।
दिल्ली में लोजपा प्रमुख चिराग पासवान ने सदस्यता दिलाई। बीजेपी के वरिष्ठ नेता रामेश्वर चौरसिया भी एलजेपी में शामिल हो गए। रामेश्वर चौरसिया नोखा विधानसभा से विधायक रह चुके हैं। उषा विद्यार्थी बिहार राज्य महिला आयोग की सदस्य भी हैं। उषा को एक बार फिर पालीगंज से उम्मीदवार बनाया है। रामेश्वर चौरसिया नोखा से चुनाव लड़ सकते हैं।
चिराग ने बीजेपी की पूर्व विधायक उषा विद्यार्थी को पालीगंज विधानसभा से टिकट दिया है। वो 2010 में इस सीट से विधायक रह चुकी हैं। 2015 के चुनावों में इस सीट से राजद के टिकट पर जयवर्धन यादव ने बीजेपी उम्मीदवार को हराया था। इस बार ये सीट जेडीयू के खाते में गई है। जेडीयू ने जयवर्धन यादव को उम्मीदवार बनाया है। यादव राजद छोड़कर जेडीयू में शामिल हो गए थे, अब जेडीयू को चुनौती देने के लिए लोजपा ने वहां से उषा विद्यार्थी को उतारा है।
पासवान की उपस्थिति में यहां बुधवार को लोक जनशक्ति पार्टी में शामिल हो गईं
बिहार में भाजपा नेता उषा विद्यार्थी, चिराग पासवान की उपस्थिति में यहां बुधवार को लोक जनशक्ति पार्टी में शामिल हो गईं। उम्मीद जताई जा रही है कि विद्यार्थी को पालीगंज विधानसभा सीट से टिकट दिया जाएगा, जहां से जद (यू) के प्रत्याशी भी मैदान में हैं। विद्यार्थी के लोजपा में शामिल होने से एक दिन पहले ने भी लोजपा का दामन थाम लिया था। सिंह दिनारा सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे लेकिन भाजपा के साथ हुए सीटों के बंटवारे के चलते वहां से जद (यू) के प्रत्याशी को टिकट दिया जाएगा।
लोजपा ने जद (यू) के प्रत्याशियों के खिलाफ अपने उम्मीदवार उतारने की घोषणा की थी। साथ ही पार्टी ने कहा था कि वह भाजपा के खिलाफ उम्मीदवार नहीं उतारेगी। लोजपा को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में अन्य दलों के और नेता पार्टी में शामिल होंगे।
लोजपा प्रमुख चिराग पासवान पिछले कुछ समय से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को निशाने पर लेते रहे हैं। हाल में ही बिहार में राजग से अलग होकर लोजपा के चुनाव लड़ने की घोषणा करते हुए उन्होंने दावा किया था कि राज्य में अगली सरकार उनकी पार्टी के समर्थन से भाजपा के नेतृत्व वाली होगी।
वहीं, भाजपा ने मंगलवार को इसपर स्थिति साफ करते हुए कहा था कि बिहार में राजग के नेता नीतीश कुमार हैं और अगर चुनाव के बाद गठबंधन की सरकार बनती है तो वही फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे। बिहार में 28 अक्टूबर से तीन चरणों में राज्य विधानसभा के चुनाव होने हैं।