Bihar Assembly election 2020: सीएम नीतीश की शिकायत, अलग मूड में चिराग, कल बैठक बुलाई

By सतीश कुमार सिंह | Published: October 2, 2020 07:34 PM2020-10-02T19:34:55+5:302020-10-02T19:34:55+5:30

लोजपा प्रमुख चिराग पासवान ने सीएम नीतीश पर हमला किया। उन्होंने जदयू प्रमुख नीतीश के ड्रीम प्रोजेक्ट पर चोट किया। सात निश्चय पर सवाल खड़ा किया। कहा कि इस योजना में जमकर भ्रष्टाचार हो रहै है।

Bihar Assembly election 2020 CM Nitish's complaint Chirag in different mood called meeting tomorrow | Bihar Assembly election 2020: सीएम नीतीश की शिकायत, अलग मूड में चिराग, कल बैठक बुलाई

महागठबंधन में मेल मिलाप हो गया है। लेकिन एनडीए में कुछ भी ठीक नहीं है। (file photo)

Highlightsपासवान ने बिहार चुनाव को देखते हुए 3 अक्टूबर को एलजेपी की केंद्रीय संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई गई है।साथ ही सात निश्चय को एलजेपी नहीं मानती है। सात निश्चय के सभी कार्य अधूरे रह गए हैं। भुगतान भी नहीं हुआ है। चिराग पासवान ने कहा है कि बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट विजन डॉक्युमेंट को अगली सरकार लागू करेगी।

पटना/नई दिल्लीः बिहार में जहां महागठबंधन में मेल मिलाप हो गया है। लेकिन एनडीए में कुछ भी ठीक नहीं है। चिराग पासवान ने बिहार चुनाव को देखते हुए 3 अक्टूबर को एलजेपी की केंद्रीय संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई गई है। अभी तक सीट बंटवारा पर पेंच फंसा हुआ है। 

लोजपा प्रमुख चिराग पासवान ने सीएम नीतीश पर हमला किया। उन्होंने जदयू प्रमुख नीतीश के ड्रीम प्रोजेक्ट पर चोट किया। सात निश्चय पर सवाल खड़ा किया। कहा कि इस योजना में जमकर भ्रष्टाचार हो रहै है। बिहार सरकार आंख बंद कर सब देख रही है। एनडीए में सीट को लेकर फंसे पेंच के बीच चिराग पासवान का बड़ा बयान आया है। चिराग पासवान ने कहा है कि बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट विजन डॉक्युमेंट को अगली सरकार लागू करेगी। साथ ही सात निश्चय को एलजेपी नहीं मानती है। सात निश्चय के सभी कार्य अधूरे रह गए हैं। भुगतान भी नहीं हुआ है। 

बिहार में बीजेपी और जेडीयू का गठबंधन 1996 से चल रहा है, लेकिन 2013 में दोनों की दोस्ती टूट गई थी।नीतीश कुमार के अलग होने के बाद ही 2014 में एनडीए में एलजेपी की एंट्री हुई थी। हालांकि, 2017 में जेडीयू की वापसी के बाद एनडीए की स्थिति बदल गई है। बिहार में 2005 और 2010 वाला एनडीए नहीं बल्कि 2020 में तीन सहयोगी हो गए हैं, वहीं, चौथे जीतनराम मांझी हैं, जिन्होंने सीधे एनडीए में एंट्री करने के बजाय जेडीयू के साथ हाथ मिला रखा है।

कल अमित शाह और नड्डा से मिले थे चिराग पासवान

भाजपा के शीर्ष नेताओं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और अध्यक्ष जे पी नड्डा ने बृहस्पतिवार को लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के अध्यक्ष चिराग पासवान के साथ बैठक कर आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक दलों के बीच सीटों के बंटवारे के मामले को सुलझाने का प्रयास किया।

लोजपा सूत्रों के मुताबिक पासवान ने इस बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री और राजग के प्रमुख घटक दल जनता दल (यूनाइटेड) के अध्यक्ष नीतीश को लेकर पार्टी की शिकायतों से अवगत कराया। इस दौरान उन्होंने 143 सीटों पर चुनाव लड़ने के पार्टी के अंदरूपी दबाव के बारे में भी भाजपा नेताओं को बताया।

लोजपा के एक नेता ने बताया, ‘‘बैठक में सीटों के बंटवारे को लेकर कोई निर्णय नहीं हुआ है।’’ उक्त नेता ने बताया कि शाह ने बैठक में स्पष्ट किया कि लोजपा के साथ भाजपा का कोई मतभेद नहीं है। शाह पहले नड्डा के आवास पर पहुंचे थे। बाद में चिराग पासवान भी इसमें शामिल हुए। इससे पहले बुधवार को भाजपा नेताओं की सीटों के बंटवारें को लेकर बैठक हुई थी। शाह उस बैठक में भी शामिल हुए थे। आज की बैठक में भी शाह की मौजूदगी से संकेत मिल रहे हैं कि भाजपा ने सीटों के बंटवारे को लेकर सहयोगी दलों से अंतिम दौर की बातचीत से पहले अपनी रणनीति को अंतिम रूप दे दिया है।

आधिकारिक सूत्रों की मानें तो जल्द ही सीटों के बंटवारे को लेकर घोषणा की जाएगी और चार या पांच अक्टूबर को पहले चरण के मतदान वाली सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी जाएगी। पहले चरण के तहत राज्य की 243 में से 71 विधानसभा सीटों पर मतदान होना है। इसके लिए नामांकन की प्रक्रिया गुरुवार को आरंभ हो जाएगी, जो आठ अक्टूबर तक चलेगी।

लोजपा ने संकेत दिए हैं कि यदि सीटों का ‘‘सम्मानजनक’’ बंटवारा नहीं हुआ तो वह राज्य की 143 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार सकती है। वर्ष 2015 के चुनाव में लोजपा 42 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और उसे महज दो ही सीटों पर जीत मिल सकी थी। उस चुनाव में जद(यू) महागठबंधन का हिस्सा था। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस के साथ मिलकर उसने राजग को पटखनी दी थी।

बिहार चुनाव राज्य में बेहतरी की नई कहानी लिखेंगे : चिराग पासवान

लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा कि बिहार चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित बिहार के सपने और उनके अभिभावक रामविलास पासवान के 50 वर्षों के कार्यों को बिहारवासियों के सामने रखने का अवसर है। उन्होंने ट्वीट किया कि चुनाव की घोषणा के इस महत्वपूर्ण अवसर पर वह थोड़े भावुक हैं क्योंकि उनके पिता अस्पताल में है और मार्गदर्शन करने वाले उनके शब्दों की कमी महसूस कर रहे हैं । गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान अभी अस्पताल में हैं और परिवार के सूत्रों के कहा कि उनकी हालत स्थिर है।

बहरहाल, चिराग पासवान ने कहा कि पिछले पांच दशकों में पहली बार ऐसा हुआ है जब उनके पिता इस चुनाव में बिहार में उपस्थित नहीं होंगे और उन्हें विश्वास है की वह जल्द डिजिटल माध्यम सभी बिहारवासियों से जुड़ेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘बिहार चुनाव की तारीख़ों की घोषणा हो गई है।चुनाव आयोग के फ़ैसले का लोक जनशक्ति पार्टी सहर्ष स्वागत करती हैं। साल 2020 के चुनाव बिहार में बेहतरी की नई कहानी लिखेंगे।’’

गौरतलब है कि पिछले कुछ समय से लोजपा और नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले जद(यू) के बीच जुबानी जंग जारी है । लोजपा ने यह संकेत दिया है कि पार्टी चुनाव में जद(यू) के उम्मीदवारों के खिलाफ अपना प्रत्याशी उतार सकती है। बिहार विधानसभा चुनाव के लिए तीन चरणों में, 28 अक्टूबर, तीन नवंबर और सात नवंबर को, मतदान होगा जबकि सभी चरणों के लिए मतगणना 10 नवंबर को होगी। निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को यह घोषणा की।

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