बिहार विधानसभा भवन का शताब्दी स्मृति स्तंभ तैयार, प्रधानमंत्री मोदी करेंगे अनावरण, 100 साल पूरा, जानें इसके बारे में
By एस पी सिन्हा | Published: July 11, 2022 08:16 PM2022-07-11T20:16:55+5:302022-07-11T20:17:50+5:30
बिहार विधानसभा की ऐतिहासिक इमारत की एक सदी होने के उपलक्ष्य में विधानसभा परिसर में राज्य के प्रतीक को दर्शाने वाली भव्य कांस्य प्रतिमा के साथ एक स्मृति स्तंभ का 12 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अनावरण करेंगे.
पटनाः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार यानी 12 जुलाई को देवघर एयरपोर्ट का शुभारंभ करके झारखंड से बिहार पहुंचेंगे. प्रधानमंत्री पटना में विधानसभा भवन के शताब्दी स्मृति स्तंभ का अनावरण करेंगे. विधानसभा सचिवालय, राज्य सरकार और पटना जिला प्रशासन ने प्रधानमंत्री की इस यात्रा को लेकर तमाम तैयारियां पूरी कर ली है.
मोदी बिहार विधानसभा पहुंचने वाले देश के पहले प्रधानमंत्री होंगे. प्रधानमंत्री मंगलवार 12 जुलाई को करीब दो घंटे पटना में रहेंगे. विधानमंडल परिसर में प्रधानमंत्री 6 बजे पहुंचने के बाद शताब्दी स्मृति स्तंभ और 100 औषधीय पौधों से युक्त शताब्दी स्मृति उद्यान को लोकार्पित करेंगे. नरेंद्र मोदी शताब्दी उद्यान का नामकरण भी करेंगे.
प्रधानमंत्री विधानसभा के डिजिटल संग्रहालय और अतिथिशाला का शिलान्यास भी करेंगे. फिर विधानसभा परिसर में बने कार्यक्रम स्थल के मंच पर आसीन होंगे. शाम 7.05 बजे पीएम विधानसभा परिसर से एयरपोर्ट के लिए और करीब 7.20-25 पर दिल्ली रवाना होंगे. बिहार विधानसभा की ऐतिहासिक इमारत के सौ वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में विधानसभा परिसर में एक कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है.
यहां राज्य के प्रतीक को दर्शाने के लिए भव्य कांस्य प्रतिमा के साथ एक स्मृति स्तंभ का निर्माण किया गया है. 12 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस का अनावरण करने के लिए पटना पहुंच रहे हैं. देश की आजादी से पहले बने इस इमारत के सामने बगीचे में इसका निर्माण कराया गया है. शताब्दी स्मृति स्तंभ की ऊंचाई 40 फुट है. जिसमें 25 फुट का ढांचा जैसलमेर के पत्थरों से ढका हुआ है.
वहीं उसके उपर 15 फुट की कांस्य की प्रतिमा है. कांस्य की यह मूर्तिकला बिहार के प्रतीक को दर्शाती है. इसमें एक बोधि वृक्ष भी है जिसकी शाखाओं पर मालाएं लटकाई गई हैं. साथ ही इसमें इसमें दो स्वास्तिक चिह्न भी बनाए गए हैं. बिहार सरकार के प्रतीक चिह्न के रूप में भी दो स्वस्तिकों से घिरे बोधि वृक्ष प्रार्थना की मालाओं के साथ दर्शाया जाता है.
बताया जाता है कि पेड़ में पत्तियों की संख्या प्रतीकात्मक रूप से विधानसभा (243) और विधान परिषद (75) के सदस्यों की संयुक्त संख्या का प्रतिनिधित्व करती है. इस बोधि वृक्ष में नौ शाखाए हैं जो बिहार के नौ प्रशासनिक विभागों को दर्शाती हैं.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पिछले वर्ष 21 अक्टूबर को इस शताब्दी स्तंभ की आधार शिला रखी थी. यहां राष्ट्रपति ने एक बोधि वृक्ष का पौधा भी लगाया था, जो की अब स्तंभ के सामने खड़ा है. स्मृति स्तंभ लगभग तीन करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है.