नई दिल्ली, 15 अप्रैल: कठुआ गैंगरेप में आरोपियों के समर्थन में जम्मू के वकीलों ने तिरंग यात्रा निकाली थी। साथ ही भारत माता की जय का नारा लगाया था। पीड़िता के पिता ने वकीलों के ऊपर धमकाने का आरोप भी लगाया है। जिसकी वजह से जम्मू बार एसोसिएशन के वकीलों की चौतरफा निंदा हो रही है। वकीलों के रैवये को देखते हुए बार काउंसिल ऑफ इंडिया अब सख्त हुआ है। बार काउंसिल इंडिया के चेयरमैन मनन कुमार मिश्रा ने कहा है- 'अगर कोई भी वकील दोषी पाएगा, हमारे पास उनका लाइसेंस जीवनभर के लिए रद्द करने का अधिकार है।'
प्रेस कॉफ्रेंस में कठुआ गैंगरेप पर बात करते हुए बार काउंसिल के चेयरमैन मनन कुमार मिश्रा ने कहा है- 'हमने मीटिंग में ये तय किया है कि 5 सदस्यों की एक टीम केस की जांच के लिए जम्मू और कठुआ जाएगी। टीम वहां के लोगों से बात करके मामले की जांच करेगी। फिर कमिटी हमें रिपोर्ट देगी। जिसे हम 19 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट में पेश करेंगे। हम सुप्रीम कोर्ट से अतिरिक्त दो दिन का समय देने की अपील करेंगे। साथ ही हमने जम्मू बार एसोसिएशन को तुरंत हड़ताल खत्म करने का आदेश दिया है।'
कठुआ के रसाना गांव की आठ साल की बच्ची से जनवरी में रेप हुआ था। नौ अप्रैल को इस मामले में आठ आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल होना था लेकिन वकीलों ने इतना हंगामा कियाा कि चार्जशीट दाखिल नहीं हो पाया। जिसके बाद क्राइम ब्रांच ने 10 अप्रैल को चार्जशीट दाखिल किया। वकीलों ने फिर से इसका विरोध करते हुए और आरोपियों के समर्थन में 11-12 को पूरे जम्मू-कश्मीर में बंद बुलाया। कठुआ जिला जेल के बाहर लगातार प्रदर्शन किया और गैंगरेप के आरोपियों का केस मुफ्त में लड़ने का प्रस्ताव भी दिया था।