ईद-उल-अदाह पर देश में अमन और शांति के लिए उठे हाथ, प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति ने बकरीद की दी बधाइयां
By मेघना वर्मा | Updated: August 22, 2018 08:38 IST2018-08-22T08:38:06+5:302018-08-22T08:38:06+5:30
Bakrid Celebration 2018: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ईद-उल-जुहा की पूर्व संध्या पर आज देशवासियों को बधाई दी और नागरिकों से एकता और भाईचारे के लिए मिलकर काम करने का आह्वान किया ।

ईद-उल-अदाह पर देश में अमन और शांति के लिए उठे हाथ, प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति ने बकरीद की दी बधाइयां
देश भर में ईद-उल-अदाह का त्योहार आज धूम-धाम से मनाया जा रहा है। जहां पूरा मुस्लिम समुदाय इन दिनों देश और जीवन में शांति और अमन की दुआ कर रहा है तो वहीं देश की छोटी-बड़ी हर मस्जिदों पर लोगों की भीड़ भी देखी जा रही है। ईद-उल-फितर यानी मीठी ईद के बाद मुस्लिम समुदाय का सबसे बड़ा त्योहार बकरीद आज पूरे देश में मनाया जाएगा। लोग अपने परिवार के साथ पड़ोसियों और रिश्तेदारों को इसकी बंधाइयां दें रहे हैं। इस कड़ी में देश के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति समेत कई बड़े राजनेताओं ने भी लोगों को बकरीद की शुभकामनाएं दी हैं।
Best wishes on Id-ul-Zuha. May this day deepen the spirit of compassion and brotherhood in our society.
— Narendra Modi (@narendramodi) August 22, 2018
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ईद-उल-जुहा की पूर्व संध्या पर आज देशवासियों को बधाई दी और नागरिकों से एकता और भाईचारे के लिए मिलकर काम करने का आह्वान किया ।
उन्होंने अपने संदेश में कहा, ‘‘ईद-उल-जुहा के मौके पर मैं अपने देशवासियों खासकर अपने देश के मुस्लिम भाइयों एवं बहनों को बधाई और शुभकामनाएं देता हूं । ’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस विशेष दिन पर हम कुर्बानी की भावना को मनाते हैं। हम अपने साझे समाज में एकता और भाईचारे के लिए मिलकर काम करने का निश्चय लें।’’
ईद-उल-जुहा के अवसर पर सभी देशवासियों विशेषकर हमारे मुस्लिम भाइयों और बहनों को बधाई और शुभकामनाएं देता हूं।
— President of India (@rashtrapatibhvn) August 22, 2018
इस विशेष दिन हम त्याग और बलिदान की भावना के प्रति अपना आदर व्यक्त करते हैं। आइए, अपने समावेशी समाज में एकता और भाइचारे के लिए मिलकर काम करें — राष्ट्रपति कोविन्द
इस मौके पर दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने भी लोगों को त्योहार की बधाइयां दीं।
आप सबको ईद मुबारक।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) August 22, 2018
बकरीद को मनाने की सबसे प्रचलित कहानियों पर गौर करें तो बताया जाता है कि एक बार खुदा ने हजरत इब्राहिम का इम्तहान लेने के लिए उनसे उनकी सबसे करीबी और अजीज चीज की कुर्बानी मांगी थी। जिसके बाद हजरत ने अपने बेटे की कुर्बानी देने की ठान ली। आंख पर पट्टी बांधकर उन्होंने अपने बेटे की कुर्बानी दे भी डाली। मगर अब तक वह खुदा के इम्तेहान में पास हो गए थे। तो खुदा ने उनके बेटे को जानवर में बदलकर जिंदा कर दिया। बस तभी से बकरीद का ये त्योहार मुस्लिम समुदाय के लिए सबसे पवित्र माना जाने लगा।
शुरू हो चुकी है हज यात्रा
मुस्लिम समुदाय में हज की यात्रा भी शुरू हो चुकी है। बताया जाता है कि कम से कम 70 हजार फरिश्ते रोज काबा की परिक्रमा करते हैं। काबा कमरे की तरह बना हुआ है। इस्लाम के पांच स्तम्भों में तौहीद, नमाज, रोजा, जकात और हज सबसे महत्वपूर्ण बताएं गए हैं।