पटनाः संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान राज्यसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के द्वारा डॉक्टर भीमराव अंबेडकर पर दिए बयान को लेकर गर्मायी सियासत के बीच कांग्रेस पार्टी ने अगले साल 26 जनवरी तक देश भर में अंबेडकर सम्मान यात्रा निकालने का ऐलान किया है। इधर, अब बिहार एनडीए में भी उनका विरोध शुरू हो गया है। बिहार में अभी तक एनडीए का हिस्सा बनी राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी(रालोजपा) भी अब इस मुद्दे पर विपक्ष के साथ खड़े दिखाई दे रहे हैं। रालोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने शाह के कथित बयान पर आपत्ति जताते हुए जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर दलित परिवार से थे, इसलिए उन्हें अपमानित करने की कोशिश की गई। इसकी वह कड़ी निंदा करते हैं।
मैंने कहा है कि भीमराव अंबेडकर को लेकर संसद भवन में जिस शब्द का प्रयोग किया गया है, वह आपत्तिजनक है। वहीं, बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए का हिस्सा होने के सवाल पर पारस ने कहा कि समय बलवान होता है व्यक्ति कुछ नहीं। पारस ने ऐलान किया कि उनकी पार्टी आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में सभी 243 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी।
उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी व्यावहारिक व महादलित की पार्टी है। हमने पिछली बार केंद्र की मोदी सरकार को समर्थन दिया था, परंतु एनडीए के लोगों ने हमें अपमानित करने का काम किया। रालोजपा ने 'चलो गांव की ओर' अभियान शुरू किया है, जिसका उद्देश्य बिहार के सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी को मजबूत करना है। एनडीए का हिस्सा होने के सवाल पर कहा कि हम अभी कुछ नहीं कह सकते हैं। सत्य की विजय होती है और जो जैसा कर्म करेगा वैसा, फल देगा भगवान देता है. यह गीता का ज्ञान है।