Ayodhya Verdict: मंदिर निर्माण के लिए सोने की ईंट देंगे प्रिंस याकूब, मुसलमानों से की हिंदुओं के साथ आने की अपील
By एएनआई | Published: November 10, 2019 10:59 AM2019-11-10T10:59:51+5:302019-11-10T10:59:51+5:30
प्रिंस ने कहा कि न्यायालय के फैसले ने ऐतिहासिक अयोध्या केस का समझौता किया है और हम सभी को इस फैसले को खुशी से स्वीकारना चाहिए।
नोएडा में प्रिंस याकूब हबीबुद्दीन टूसी ने मुसलमानों से अपील करते हुए कहा कि उन्हें मंदिर निर्माण के लिए उन्हें हिंदुओं के साथ जुड़ना चाहिए। समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए प्रिंस ने कहा कि इस तरह देश में हिंदू मुस्लिम भाईचारे की मिसाल पेश करनी चाहिए। प्रिंस याकूब खुद को अंतिम मुग़ल बादशाह बहादुर शाह जफर का वंशज होने का दावा करते हैं।
प्रिंस ने कहा कि न्यायालय के फैसले ने ऐतिहासिक अयोध्या केस का समझौता किया है और हम सभी को इस फैसले को खुशी से स्वीकारना चाहिए। टूसी ने कहा कि हिन्दू और मुसलमानों को राम मंदिर निर्माण के लिए साथ आना चाहिए ताकि एक धर्मनिरपेक्ष और धार्मिक भाईचारें की मिसाल दुनिया के सामने कायम की जा सके। टूसी ने मंदिर निर्माण के लिए सोने की ईट देने का प्रस्ताव रखा था। टूसी ने कहा कि मैं अपने वादे पर अटल हूं और इस ईट को प्रधानमंत्री नरेंद्र को सौप दूंगा।
उन्होंने आगे कहा कि "मैं सोने की ईट देने के लिए अपने वादे पर कायम हूं। जब भी मंदिर की नींव रखी जाएगी, मैं प्रधानमंत्री को ईंट सौंप दूंगा"। एक ऐतिहासिक फैसले में, सर्वोच्च न्यायायल ने पहले दिन निर्णय दिया कि विवादित 2.77 एकड़ जमीन को रामलला को सौंप दि जाए और केंद्र को निर्देश दिया कि तीन महीने के अंदर मंदिर निर्माण के लिए एक न्यास का गठन किया जाए। सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि मुसलमानों को अयोध्या में किसी दूसरे स्थान पर एक मस्जिद निर्माण के लिए पांच एकड़ जमीन दी जानी चाहिए।