देशभर में फंसे प्रवासी मजदूरों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए भारतीय रेलवे लगातार श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चला रहा है, लेकिन पिछले कुछ दिनों में इन ट्रेनों में कम से कम 9 लोगों की मौत हो गई है। इसके बाद रेल मंत्रालय ने लोगों से अपील की है और कुछ बीमारी से ग्रस्त लोगों को इन ट्रेनों में यात्रा नहीं करने की सलाह दी है।
रेल मंत्रालय ने एक प्रेस रिलीज जारी कर कहा, "भारतीय रेल, देशभर में प्रतिदिन कई श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चला रहा है, ताकि प्रवासियों की अपने घरों को वापसी सुनिश्चित की जा सके। यह देखा जा रहा है कि कुछ ऐसे लोग भी श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में यात्रा कर रहे हैं जो पहले से ही ऐसी बीमारियों से पीड़ित हैं, जिनसे कोविड-19 महामारी के दौरान उनके स्वास्थ्य को खतरा बढ़ जाता है। यात्रा के दौरान पूर्व ग्रसित बीमारियों से लोगों की मृत्यु होने के कुछ दुर्भाग्यपूर्ण मामले भी मिले हैं।"
मंत्रालय ने कहा, "ऐसे कुछ लोगों की सुरक्षा हेतु गृह मंत्रालय के आदेश तहत अपील है कि पूर्व ग्रसित बीमारी (जैसे उच्च रक्तचाप, मधुमेह, हृदय रोग, कर्करोग, कम प्रतिरक्षा) वाले व्यक्ति, गर्भवती महिलाएं, 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चे एवं 65 वर्ष से ऊपर के बुजुर्ग अपने स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए, जब तक अत्यंत आवश्यक ना हो रेल यात्रा करने से बचें।"
रेल मंत्रालय ने आगे कहा, "हम समझ सकते हैं कि देश के कई नागरिक इस समय रेल यात्रा करना चाहते हैं एवं उनको निर्बाध रूप से रेल सेवा मिलती रहे, इस हेतु भारतीय रेल का परिवार चौबीसों घंटे, सातों दिन कार्य कर रहा है। पर हमारे यात्रियों की सुरक्षा हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है और इसके लिए सभी देशवासियों का सहयोग अपेक्षित है। किसी भी कठिनाई या आकस्मिकता पड़ने पर कृपया अपने रेल परिवार से संपर्क करने में हिचकिचाएं नहीं। भारतीय रेल आपकी सेवा में हमेशा की तरह तत्पर हैं।"
देशभर में 1.65 लाख लोग हो चुके हैं कोरोना वायरस से संक्रमित
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार देशभर में अब तक 165799 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, जिसमें से 4706 लोगों की जान जा चुकी है। भारत में 71105 लोग इस महामारी से ठीक हुए है, जबकि एक व्यक्ति देश छोड़कर जा चुका है और भारत में अभी कोरोना के 89987 एक्टिव केस मौजूद हैं।