(सुष्मिता गोस्वामी)
गुवाहाटी, सात नवंबर असम साहित्य सभा (एएसएस) नई पीढ़ी को ऐतिहासिक और समकालीन प्रासंगिकता वाले विषयों पर चर्चा एवं विमर्शों में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करने की दिशा में युवाओं द्वारा व्याख्यान की एक श्रृंखला शुरू कर रही है। साहित्य सभा के अध्यक्ष कुलधर सैकिया ने रविवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि युवा स्थानीय स्तर पर और साथ ही साथ वैश्विक परिप्रेक्ष्य में राज्य से संबंधित मुद्दों पर अपनी राय तथा उनके समाधान भी प्रस्तुत करेंगे।
प्रतिष्ठित साहित्यिक संगठन के अध्यक्ष सैकिया ने पीटीआई-भाषा से कहा, “इस पहल का मूल उद्देश्य नई पीढ़ी को उनके शुरुआती वर्षों से, उनकी जड़ों के साथ-साथ दुनिया भर में क्या हो रहा है और यह उनपर कैसे असर डालता है, यह समझने के लिए प्रोत्साहित करना है।”
सैकिया ने कहा, “यह पीढ़ी तेज-तर्रार है और हमारा प्रयास है कि इन चर्चाओं के माध्यम से वे सामाजिक समस्याओं और चिंताओं को समझ सकें।”
भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के पूर्व अधिकारी सैकिया ने कहा कि युवा लड़कियां और लड़के राज्य से संबंधित अपनी पसंद के मुद्दों पर बोलेंगे जिनमें बाढ़ से लेकर मिट्टी के कटाव की समस्या और वैश्विक स्तर पर जलवायु परिवर्तन तथा असम पर इसके प्रभाव संबंधी विषय शामिल होंगे।
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