अतिक्रमण की खबरों पर असम के मंत्री ने अरुणाचल सीमा का दौरा किया
By भाषा | Updated: July 2, 2021 20:03 IST2021-07-02T20:03:26+5:302021-07-02T20:03:26+5:30

अतिक्रमण की खबरों पर असम के मंत्री ने अरुणाचल सीमा का दौरा किया
धेमाजी/ईटानगर, दो जुलाई असम के धेमाजी जिले में अतिक्रमण और जंगलों को नष्ट किये जाने की खबरों के बाद प्रदेश के मंत्री परिमल शुक्लवैद्य ने शुक्रवार को असम-अरुणाचल प्रदेश सीमा के पास के इलाकों का दौरा किया। असम का अरुणाचल के साथ सीमा विवाद है।
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा के निर्देश के मुताबिक पर्यावरण एवं वन मंत्री ने जोयरामपुर-चिलोनीबस्ती इलाके का दौरा किया।
जून के अंत में ऐसी खबरें थीं कि अरुणाचल प्रदेश के लोअर सियांग जिले में लीकाबाली के लोगों ने कथित तौर पर धेमाजी जिले में घुसकर जंगलों को नुकसान पहुंचाया।
धेमाजी के विधायक भुवन पेगु और लीकाबाली के विधायक कारदो नीग्योर तथा जिला अधिकारियों के साथ मंत्री ने स्थिति की समीक्षा की और तनाव खत्म करने तथा सामान्य स्थिति बहाल करने के लिये जरूरी कदमों पर चर्चा की। उन्होंने सीमा के दोनों तरफ रहने वाले लोगों से शांति व सद्भाव की अपील की।
शुक्लवैद्य ने कहा, “हमें निश्चित रूप से टकराव छोड़कर सौहार्दपूर्ण तरीके से अपनी समस्याओं का समाधान करना होगा। ऐसा होने के लिये हमें अमन और शांति बहाल करनी होगी तथा शांतिपूर्ण तरीके से एक दूसरे के साथ रहना होगा।”
उन्होंने स्थानीय लोगों से अनुरोध किया कि पेड़ों को न काटें और पर्यावरण की रक्षा करें क्योंकि जंगल कटने का नुकसान सबको झेलना होगा।
मंत्री ने कहा कि वैध मतदाता पहचान-पत्र धारकों को रसोई गैस कनेक्शन उपलब्ध कराया जाएगा जिससे उन्हें जलाने के लिये लकड़ी के इस्तेमाल की जरूरत न पड़े।
शुक्लवैद्य ने लीकाबाली के विधायक से यह सुनिश्चित करने को कहा कि अतिक्रमण और पेड़ों को काटे जाने जैसी गतिविधियां न हों।
नीग्योर ने बाद में कहा कि स्थानीय विधायक होने के नाते असम के मंत्री की मेजबानी करना उनका कर्तव्य था।
लीकाबाली विधायक ने कहा, “मैं दोनों राज्यों के वन विभाग से सीमावर्ती इलाकों में यथास्थिति कायम रखने का अनुरोध करता हूं क्योंकि मामला उच्चतम न्यायालय में विचाराधीन है।
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