लखीमपुर/गुवाहाटी, 21 जून असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सोमवार को राज्य के उत्तरी भागों में बाढ़ से होने वाले नुकसान को काबू करने के लिए अरुणाचल प्रदेश और नीपको के साथ मिलकर कार्य करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
लखीमपुर और धेमाजी जिले का दौरा करने के दौरान मुख्यमंत्री ने बाढ़ से निपटने को लेकर की गयी तैयारियों की समीक्षा की और पुनर्वास उपायों में तेजी लाने पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता पर बल दिया।
सरमा ने लखीमपुर में संवाददाताओं से कहा, '' मैंने पूर्वोत्तर विद्युत ऊर्जा निगम (नीपको) के अधिकारियों से बात करके उन्हें लोगों की समस्याओं को दूर करने को कहा है। साथ ही लखीमपुर जिले के लोगों और रंगनाडी नदी के आसपास रहने वालों को दिक्कतों का सामना नहीं करने पड़े, इसको लेकर भी निर्देश दिए हैं।''
उन्होंने कहा, '' नीपको के पास बांध से छोड़े जाने वाले पानी को नियंत्रित करने के लिए पांच स्विच हैं। जब ये स्विच ठीक काम कर रहे होते हैं तो पानी को चरणबद्ध तरीके से छोड़ा जा सकता है। हालांकि, समस्या तब आती है जब कोई भी स्विच काम करना बंद कर देता है।''
उल्लेखनीय है कि अरुणाचल प्रदेश के रंगनाडी पनबिजली संयंत्र से नीपको द्वारा हर साल अतिरिक्त पानी छोड़े जाने के कारण असम के उत्तरी भागों में बाढ़ आ जाती है, जिससे सबसे अधिक लखीमपुर और धेमाजी जिले प्रभावित होते हैं।
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