गुवाहाटीः हाग्रामा मोहिलरी के नेतृत्व वाले बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) ने 2025 के बोडोलैंड प्रादेशिक परिषद (बीटीसी) चुनावों में 40 में से 28 सीटें जीतकर भारी जीत हासिल की है और अगली परिषद बनाने की अपनी स्थिति मजबूत कर ली है। असम राज्य चुनाव आयोग के अनुसार प्रमोद बोरो के नेतृत्व वाली यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) ने 7 सीटें हासिल कीं, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 5 सीटें जीतने में सफल रही। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस इस चुनाव में कोई भी सीट जीतने में विफल रही। बीटीसी चुनाव के लिए मतगणना 26 सितंबर को कड़ी सुरक्षा के बीच हुई।
टीएमसी नेता सुष्मिता देव ने परिणामों को असम में भाजपा के नेतृत्व वाली राज्य सरकार के खिलाफ स्पष्ट जनादेश बताया। वर्तमान चुनाव में बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र के पाँच जिलों: कोकराझार, चिरांग, उदलगुरी, बक्सा और तामुलपुर में कुल 316 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे थे। कोकराझार जिले में ही 12 निर्वाचन क्षेत्र हैं जहाँ 100 उम्मीदवार मैदान में हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
असम में बोडोलैंड प्रादेशिक परिषद (बीटीसी) चुनावों में हाग्रामा मोहिलरी के नेतृत्व वाले बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) ने 40 में से 28 सीट पर जीत दर्ज की। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। निवर्तमान परिषद में गठबंधन सहयोगी दल यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) और भाजपा, क्रमशः सात और पांच सीटों के साथ दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे, जबकि पिछली बार उन्हें 12 और नौ सीट पर जीत मिली थी। मोहिलरी देबरगांव निर्वाचन क्षेत्र से जीते, लेकिन चिरांगद्वार सीट अपने पूर्व साथी खम्पा बोरगोयारी से हार गए, जो यूपीपीएल में शामिल हो गए थे।
निवर्तमान बीटीसी प्रमुख प्रमोद बोरो गोइमारी से जीते, लेकिन दोतमा में बीपीएफ के प्रकाश बसुमतारी से हार गए। अन्य प्रमुख विजेताओं में भैरबकुंडा से पूर्व मंत्री और बीपीएफ उम्मीदवार रिहोन दैमारी और बागानपारा निर्वाचन क्षेत्र से पूर्व एजीपी मंत्री रेखारानी दास बोरो शामिल हैं।
दास बोरो अब भाजपा में हैं। बीपीएफ 2020 के चुनावों में 17 सीट पर जीत दर्ज करके सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, लेकिन यूपीपीएल ने भाजपा और गण सुरक्षा पार्टी (जीएसपी) के साथ मिलकर परिषद का गठन किया था। बीपीएफ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का एक घटक दल भी है।
कोकराझार, चिरांग, ब क्सा, उदलगुरी और तामुलपुर के पांच जिलों वाली 40 सदस्यीय परिषद के लिए चुनाव 22 सितंबर को हुए थे। 27 जनवरी, 2020 को नयी दिल्ली में नए बोडो समझौते पर हस्ताक्षर होने के बाद यह दूसरा परिषद चुनाव था।