"अरविंद केजरीवाल पत्नी को बनाना चाहते हैं मुख्यमंत्री, नहीं मान रहे 'आप' विधायक", भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा का दावा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: November 8, 2023 04:15 PM2023-11-08T16:15:58+5:302023-11-08T16:21:06+5:30
भाजपा ने आरोप लगाया है कि आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शराब घोटाले में गिरफ्तारी के डर से अपनी पत्नी सुनीता केजरीवाल को दिल्ली का नया मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं।
नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी ने बेहद संगीन आरोप लगाया है कि आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शराब घोटाले में गिरफ्तारी के डर से अपनी पत्नी सुनीता केजरीवाल को दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं।
जी हां, दिल्ली भाजपा के वरिष्ठ नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने इस बात का दावा करते हुए बुधवार को कहा कि ईडी के बुलाने के बावजूद अरविंद केजरीवाल पूछताछ के लिए इस कारण से नहीं गये कि वो वह अपने विधायकों को मनाना चाहते हैं कि अगर उनकी गिरफ्तारी हो तो पार्टी उनकी जगह उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल को मुख्यमंत्री बना दे।
समाचार वेबसाइट हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक भाजपा के राष्ट्रीय सचिव मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा, "मुझे आम आदमी पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया है कि केजरीवाल ने जैसे ही आप विधायकों के सामने पत्नी सुनीता केजरीवाल को गिरफ्तारी की सूरत में मुख्यमंत्री बनाने का प्रस्ताव रखा, बहुसंख्यक विधायकों ने उसे खारिज कर दिया।"
सिरसा ने कहा, "आप विधायकों का कहना था कि अगर केजरीवाल अपनी जगह पत्नी को सीएम बनाते हैं तो आम आदमी पार्टी पर भी वंशवाद की राजनीति करने का ठप्पा लग जाएगा और ऐसे आरोपों से पार्टी बर्बाद हो जाएगी।"
उन्होंने आगे कहा कि आम आदमी पार्टी ने इस समस्या को सुलझाने के लिए क्रॉस-कंट्री जनमत संग्रह कराने का फैसला किया है, जिसमें पार्टी पूछेगी कि क्या अरविंद केजरीवाल को सीएम बने रहना चाहिए। सिरसा ने कहा, "लोग कहेंगे 'हमने तो अरविंद केजरीवाल को वोट दिया और वे अब सुनीता केजरीवाल को अगला सीएम बनाएंगे।"
इसके साथ ही उन्होंने इस बात का भी दावा किया कि आप विधायकों ने पार्टी के खिलाफ लग रहे भ्रष्टाचार के आरोपों और मुख्यमंत्री आवास के जिर्णोद्धार में खर्च हुए कथित ₹40 करोड़ रुपये के मुद्दे पर भी सीएम केजरीवाल को घेरने की कोशिश की।
मालूम हो कि सीएम अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल उस वक्त सुर्खियों में आई थीं, जब दिल्ली की एक अदालत ने भाजपा नेता हरीश खुराना की शिकायत पर समन जारी किया था। जिसमें सुनीता केजरीवाल पर आरोप था कि उन्होंने जन प्रतिनिधित्व अधिनियम का उल्लंघन किया है और वह उत्तर प्रदेश के साहिबाबाद से और दिल्ली के चांदनी चौक विधानसभा क्षेत्र में बतौर मतदाता पंजीकृत हैं।
हालांकि, वह मामले दिल्ली हाईकोर्ट गया, जहां हाईकोर्ट ने मामले पर अगली सुनवाई तक के लिए सुनीता केजरीवाल को जारी समन पर रोक लगा दी थी।