Artificial Intelligence : राजधानी दिल्ली में प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए दिल्ली सरकार लगातार प्रयासरत है। आने वाले दिनों में जैसे जैसे ठंड दिन आएंगे। सरकार दिल्लीवालों से भी अपील करेगी कि वह प्रदूषण को कम करने में सहयोग करें।
इधर, दिल्ली में अब स्पेशल कैमरे लगा दिए गए हैं। जिसकी मदद से पहचान हो रही है कि वाहन मालिक( कार, बाइक) के पास वैध पॉल्यूशन सर्टिफिकेट है या नहीं। दिल्ली में इन कैमरों को लगाने के लिए जगहों को चिन्हित कर लिया गया है। दिल्ली सरकार की ट्रांसपोर्ट विभाग के द्वारा स्पेशल कैमरे लगाए गए हैं। ऐसे में अगर आपकी गाड़ी का पॉल्यूशन खत्म हो गया है तो दिल्ली के किसी भी पैट्रोल पंप से पॉल्यूशन जांच कराकर पॉल्यूशन सर्टिफिकेट ले सकते हैं।
स्पेशल कैमरा कैसे कर रहा है काम
दिल्ली ट्रांसपोर्ट विभाग के अनुसार, द आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस(एआई) द्वारा संचालित इन कैमरों में गाड़ियों के नंबर प्लेट की फोटो आ जाएगी। जिसके बाद इन नंबर प्लेट की जांच होगी। जिससे यह पता चल सकेगा कि गाड़ी चालक, मालिक के पास वैध पॉल्यूशन सर्टिफिकेट है या नहीं। जांच के दौरान अगर गाड़ी मालिक के पास वैध पॉल्यूशन सर्टिफिकेट नहीं होता है तो दिल्ली ट्रांसपोर्ट विभाग के द्वारा एसएमएस के माध्यम से नोटिस भेजा जा रहा है। इसके बाद ई-चालान भी भेजा जाएगा। दिल्ली में 950 पैट्रोल पंप पर पॉल्यूशन जांच की जाती है।
पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर चलाया जाएगा
दिल्ली की ट्रांसपोर्ट विभाग द्वारा पायलट प्रोजेक्ट के तहत बीते दो महीने से स्पेशल कैमरे कुछ जगहों पर लगाए गए हैं। मॉडल टाउन, शास्त्री नगर, माल रोड और शहादरा इलाकों में स्थित पैट्रोल पंप के पास यह कैमरे लगाए गए हैं। इन कैमरों की मदद से पता चला है कि इन पंपों के पास आने वाली गाड़ियों में 15 से 20 फीसदी गाड़ियों के पास वैध पॉल्यूशन सर्टिफिकेट नहीं होता है। दिल्ली ट्रांसपोर्ट विभाग आगे 25 पैट्रोल पंप पर यह स्पेशल कैमरे लगाने पर विचार कर रहा है।